हल्द्वानी: महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हल्द्वानी पहुंचने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड की सक्रिय राजनीति में आने वाले सवालों से बचते हुए नजर आए. उन्होंने कहा कि लोगों को रिवर्स पलायन का संदेश देने के लिए आए हैं और कई दिन पहाड़ों में बिताए हैं.
इस दौरान भगत सिंह कोश्यारी से आगे के राजनीतिक करियर को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि रणनीति वह बनाता है, जिसे रण में उतरना होता है, मुझे रण में नहीं उतरना है और आप सब से प्यार करना है. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि उनके गांव में मोबाइल की घंटी नहीं बजती है, लेकिन नदी धारा की आवाज जरूर सुनाई देती है.
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रानीखेत में क्या बोले कोश्यारी: पूर्व मुख्यमंत्री व महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनावों में सक्रिय राजनीति नहीं करेंगे. उत्तराखंड में लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास करेंगे, जिससे पलायन पर रोक लग सके. प्रदेश में स्थानीय संसाधनों के माध्यम से लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जाएंगे. कोश्यारी ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्रदेश के लोगों को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि वह राजनीति में कई वर्षों तक विभिन्न पदों पर रहकर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. लंबे समय तक पदों में रहना उचित नहीं है. आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी भूमिका के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह सक्रिय राजनीति में भागीदारी नहीं करेंगे. उनकी इच्छा प्रदेश के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने की है. कृषि, बागवानी को स्थानीय संसाधनों के साथ जोड़कर युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि बिना पद के भी कार्य किए जा सकते हैं.