नैनीताल: दिल्ली से आए पर्यटकों और पार्किंग संचालकों के बीच हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. दोनों पक्षों के बीच जमकर लात-घुसे चले. इतना ही नहीं कोतवाली के अंदर भी विवाद नहीं थमा. पर्यटकों ने पार्किंग संचालकों पर कुर्सी फेंक हमला किया.
नैनीताल की सूखाताल के कार पार्किंग में शुल्क देने को लेकर पार्किंग संचालकों व पर्यटकों के बीच विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा की बात मारपीट तक जा पहुंची. स्थानीय लोगों ने पर्यटकों और पार्किंग संचालकों के बीच हो रही मारपीट की सूचना मल्लीताल पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच मामला शांत करवाया और दोनों को कोतवाली ले गए.
वहीं, कोतवाली पहुंचने के बाद भी महिला पर्यटकों ने पार्किंग संचालकों से मारपीट की. जिसके बाद पार्किंग संचालकों द्वारा पर्यटकों के खिलाफ मारपीट व लूटपाट के आरोप में कोतवाली में तहरीर दी गई. करीब दो घंटे तक कोतवाली में जमकर हंगामा होता रहा.
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बता दें कि दिल्ली के 4 पर्यटक घूमने के लिए नैनीताल के सूखाताल पार्किंग पहुंचे. वहां, पार्किंग कर्मी ने पर्यटकों से गाड़ी खड़ी करवा कर शुल्क लेकर पर्ची भी दे दी, लेकिन वाहन खड़ा करने के करीब दस मिनट बाद पर्यटक वापस पार्किंग में पहुंचे और पर्ची देकर शुल्क वापस करने की मांग करने लगे. लेकिन पार्किंग में तैनात कर्मी ने पर्ची कट जाने पर शुल्क वापस नहीं दिए जाने की बात कही.
यह सुनते ही पर्यटकों ने बखेड़ा खड़ा कर दिया. वाहन में बैठी महिला पर्यटक ने बाहर उतर पार्किंग कर्मी से हाथापाई शुरू कर दी. इतना ही नहीं उसके पुरुष साथियों ने अन्य कर्मियों से भी मारपीट शुरू कर दी. मामला बढ़ता देख पार्किंग कर्मी ने लिया गया शुल्क लौटा दिया. साथ ही आसपास मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर किसी तरह मामला शांत किया.
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वहीं, कोतवाली पहुंचने पर भी दोनों पक्ष आपस मे भीड़ गए और दोनों पक्षों ने एक दूसरे से हाथापाई शुरू कर दी. जिसके बाद प्रभारी कोतवाल प्रेम विश्वकर्मा ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी, तब जाकर दोनों पक्ष शांत हुआ. इस दौरान करीब दो घंटे तक कोतवाली में तनातनी का माहौल रहा. प्रेम विश्वकर्मा ने बताया कि दोनों पक्षों में आपसी रजामंदी के बाद समझौता हो गया, जिस कारण दोनों पक्षों को छोड़ दिया गया.