हल्द्वानी: भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व प्रदेश महामंत्री समीर आर्य ने अनुसूचित जाति के लोगों को दलित कहे जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से दलित शब्द खत्म करने की मांग उठाई है. समीर आर्य ने कहा कि दलित शब्द कहे जाने से अनुसूचित जाति के लोगों का अपमान होता है.
समीर आर्य ने प्रेस वार्ता कर कहा कि आज भी अनुसूचित जाति का व्यक्ति समाज की मुख्यधारा से काफी पीछे है. संवैधानिक भाषा के अनुरूप अनुसूचित जाति शब्द का प्रयोग होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस तरह से राजनेता या मीडिया के अलावा कई जगहों पर लोग अनुसूचित जाति के लोगों को दलित समाज के नाम से संबोधन करते हैं, उससे उन्हें कष्ट होता है. दलित शब्द संविधान के तहत गलत है. ऐसे में अनुसूचित जाति के व्यक्ति को अनुसूचित जाति के नाम से ही संबोधित किया जाय.
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समीर आर्य ने कहा कि उनकी ओर से राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री सहित उच्च पदों पर विराजमान 25 लोगों को ज्ञापन भेजा गया है. साथ ही 51,000 पोस्टकार्ड भेजकर दलित शब्द को हटाने और अनुसूचित जाति शब्द को लागू करने की मांग की गई है.