हरिद्वार: अगर अब आप धर्मनगरी आएं तो अपने पितरों के नाम से वृक्षारोपण करना ना भूलें. जी हां हरिद्वार वन विभाग ने रविवार को एक अनूठी पहल की शुरुआत की है. हरिद्वार आने वाला कोई भी श्रद्धालु अपने पूर्वजों पितरों के नाम से वृक्षारोपण कर सकता है. हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि आत्मा अजर अमर होती है जो कि कभी मरती नहीं है. ऐसे में अपने पितरों के साथ अब आप वृक्ष के रूप में जुड़ाव महसूस कर सकते हैं.
अपने आप में इस अनोखे स्मृति उपवन का उद्घाटन हरिद्वार जिलाधिकारी दीपक रावत ने अपने पूर्वजों के नाम से वृक्षारोपण करके किया. इस स्मृति उपवन में 1,100 शुल्क देकर कोई भी व्यक्ति अपने पूर्वजों के नाम का पौधा लगा सकता है.
इस मुहिम को लोगों तक पहुंचाने के लिए वन विभाग द्वारा हरिद्वार रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित हरिद्वार के तमाम श्मशान घाटों पर हेल्प डेस्क बनाई जाएगी, जहां से लोगों को अपने पितरों के नाम पर स्मृति उपवन में वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
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यही नहीं पौधों के विशेष देखरेख करने के लिए भी वन विभाग द्वारा व्यवस्था की गई है, जिसके अंतर्गत समय-समय पर व्हाट्सएप के माध्यम से वृक्ष लगाने वाले व्यक्ति को उसके द्वारा लगाए गए वृक्ष की तस्वीर भेजी जाएगी, जिससे वह दूर होते हुए भी अपने वृक्ष के विकास को देख सके एवं अपने पितरों के नाम पर लगाए हुए वृक्ष के साथ जुड़ाव महसूस कर सके.
आज का दिन स्मृति उपवन के उद्घाटन के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि सालों पूर्व इसी दिन केदारनाथ में आपदा आई थी जिसके सांकेतिक याद में यहां पितरों के लिए वृक्षारोपण कार्य स्मृति उपवन खोला गया.