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चंदा जुटाकर लोग कर रहे अलाव की व्यवस्था, निगम की उदासीनता से नाराज लोग

प्रदेश में इन दिनों सर्दी का सितम जारी है. हाड़ कंपाने वाली ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रुड़की नगर निगम की उदासीनता के चलते नगर में अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है.

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Published : Dec 29, 2019, 10:02 AM IST

Updated : Dec 29, 2019, 2:17 PM IST

रुड़की: उत्तराखंड में हाड़ कंपाने वाली ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. प्रदेश के पहाड़ी जिलों में बर्फबारी के चलते प्रदेश के मैदानी इलाकों में लोग दिन भर ठंड से कांपते नजर आ रहे हैं. रुड़की नगर निगम की उदासीनता के चलते नगर में अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. ठंड से बचने के लिए लोगों ने चंदा इकठ्ठा कर अलाव की व्यवस्था की है.

हाड़ कंपाने वाली ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त.

स्थानीय लोगों का कहना है कि कड़ाके की ठंड के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि निगम ने सिर्फ एक बार अलाव के लिए लकड़ी उपलब्ध करवाई. उसके बाद से वे स्वयं ही अलाव की व्यवस्था कर रहे हैं. अलाव की व्यवस्था नहीं होने से जनता परेशान है. लोगों ने बताया कि नगर निगम से अलाव के लिए लकड़ी की मांग कई बार की गई लेकिन अधिकारियों ने उनकी मांगो पर कोई ध्यान नहीं दिया.

रुड़की नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त चन्द्र कांत भट्ट का कहना है कि नगर निगम ने पिछली बार 20 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की थी. लेकिन इस बार करीब 36 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि इस बार वार्डों की संख्या बढ़ गई है तो अलाव की मांग भी बढ़ गई है. नगर निगम पूरी कोशिश कर रहा है कि हर वार्ड में अलाव की व्यवस्था की जाए, जिससे लोगों को कोई परेशानी न हो.

पढ़ें- देवभूमि में कोहरा बढ़ा रहा लोगों की टेंशन, विजिबिलिटी हुई कम

बहरहाल, नगर निगम के अधिकारी लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सभी वार्डों में लकड़ी की व्यवस्था कर रहे हैं. बता दें कि उत्तराखंड में शीतलहर का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. पारा लगातार गिर रहा है और बर्फीली हवाएं हाड़ कंपा रही है. राजधानी देहरादून सहित ऋषिकेश, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, हल्द्वानी में सुबह कोहरा छाया हुआ है, लोग परेशान हैं.

रुड़की: उत्तराखंड में हाड़ कंपाने वाली ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. प्रदेश के पहाड़ी जिलों में बर्फबारी के चलते प्रदेश के मैदानी इलाकों में लोग दिन भर ठंड से कांपते नजर आ रहे हैं. रुड़की नगर निगम की उदासीनता के चलते नगर में अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. ठंड से बचने के लिए लोगों ने चंदा इकठ्ठा कर अलाव की व्यवस्था की है.

हाड़ कंपाने वाली ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त.

स्थानीय लोगों का कहना है कि कड़ाके की ठंड के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि निगम ने सिर्फ एक बार अलाव के लिए लकड़ी उपलब्ध करवाई. उसके बाद से वे स्वयं ही अलाव की व्यवस्था कर रहे हैं. अलाव की व्यवस्था नहीं होने से जनता परेशान है. लोगों ने बताया कि नगर निगम से अलाव के लिए लकड़ी की मांग कई बार की गई लेकिन अधिकारियों ने उनकी मांगो पर कोई ध्यान नहीं दिया.

रुड़की नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त चन्द्र कांत भट्ट का कहना है कि नगर निगम ने पिछली बार 20 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की थी. लेकिन इस बार करीब 36 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि इस बार वार्डों की संख्या बढ़ गई है तो अलाव की मांग भी बढ़ गई है. नगर निगम पूरी कोशिश कर रहा है कि हर वार्ड में अलाव की व्यवस्था की जाए, जिससे लोगों को कोई परेशानी न हो.

पढ़ें- देवभूमि में कोहरा बढ़ा रहा लोगों की टेंशन, विजिबिलिटी हुई कम

बहरहाल, नगर निगम के अधिकारी लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सभी वार्डों में लकड़ी की व्यवस्था कर रहे हैं. बता दें कि उत्तराखंड में शीतलहर का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. पारा लगातार गिर रहा है और बर्फीली हवाएं हाड़ कंपा रही है. राजधानी देहरादून सहित ऋषिकेश, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, हल्द्वानी में सुबह कोहरा छाया हुआ है, लोग परेशान हैं.

Intro:रुड़की

रुड़की: कंपकपाती ठंड और शीतलहर के बीच जहां लोग दिन भर ठंड से कांपते नज़र आरहे है, तो वही स्तानीय लोगो को निगम से मिलने वाला अलाव नसीब नहीं हो रहा है। नगर निगम की उदासीनता के चलते मुख्य चौराहों और अन्य जगहों पर अलाव के लिए डाली जाने वाली लकड़ी नही डाली गयी, तो लोगो ने स्वंम ही चंदा इकठ्ठा कर अलाव जलाने की व्यवस्था बनाई। कुछ जगह राहगीर कूड़ा जलाकर ठंड से राहत पाने की नाकाम कोशिश करते भी नजर आए। हालांकि रुड़की नगर निगम प्रशासन द्वारा अलाव के माकूल इंतेज़ाम होने का दम भरा जा रहा है। सहायक नगर आयुक्त की माने तो लगातार अलाव के लिए लकड़ी भेजी जा रही है, और ठंड अधिक होने पर दिन में भी अलाव जलाने को कहा गया है, लेकिन अगर क्षेत्रीय लोगो की माने तो निगम द्वारा मिलने वाली लकड़ी उन्हें नही मिल रही है, जिस कारण वह स्वयं आपस में पैसे इकठ्ठा कर अलाव जला रहे है।
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वीओ-1- बता दे कि लगातार गिर रहे पारे की वजह से ठिठुरन भरी सर्दी से लोगो को निजात नहीं मिल पा रही है। भीषण सर्दी की वजह से आम जन-मानस का जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण सर्दी ने जीवन की रफ्तार मानों थाम सी दी है। सर्दी से बचने के लिए जहां लोग गर्म कपड़े भरपूर तरीके से उपयोग में ला रहे हैं तो वहीं अलाव का सहारा लेकर सर्दी को दूर करने का प्रयास भी कर रहे हैं। लेकिन जिस अलाव पर लोग सर्दी भगा रहे है उस अलाव का लोगो ने स्वंम ही इंतेज़ाम किया है। जबकि अलाव की व्यवस्था करना नगर निगम की जिम्मेदारी होती है, लोगो की माने तो निगम को कई बार अलाव के सम्बन्ध में शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई समाधान नही हो पाया थकहार कर लोगो ने स्वंम ही अलाव की व्यवस्था की और सर्दी से बचने का प्रयास किया।

Conclusion:वीओ-2- स्थानीय लोगो ने बताया कि ठंड अधिक होने के बावजूद भी रुड़की नगर निगम द्वारा अलाव के लिए लकड़ी नही भेजी जा रही है, जिसके लिए रुड़की नगर निगम और महापौर को भी अवगत कराया जा चुका है, लेकिन किसी के कानों पर जूं तक नही रेंग रही है। वही रुड़की नगरनिगम के सहायक नगर आयुक्त चन्द्र कांत भट्ट से जब इस सम्बन्ध में जानकारी ली गई तो उन्होंने साफ़ कहा कि नगर निगम द्वारा मुख्य स्थानों पर अलाव के लिए लकड़ी भेजी जा रही है, पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अधिक जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गयी है जहां समय समय पर लकड़ी भेजी जा रही है। वही उन्होंने ये भी बताया कि इस बार नगर निगम का क्षेत्र बढा है वहां भी वह प्रयास कर रहे है की निगम से मिलने वाली तमाम सुविधाएं उन्हें मिले।

बाइट-- स्थानीय निवासी..1..2
बाइट-- चन्द्र कांत भट्ट (सहायक नगर आयुक्त नगर निगम रुड़की)
Last Updated : Dec 29, 2019, 2:17 PM IST
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