ETV Bharat / state

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव: तीसरे दिन योग साधकों ने सीखी योग की प्राचीन विधाएं - Garhwal Mandal Development Corporation

ऋषिकेश में चल रहे अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के तीसरे दिन योग साधकों ने सीखी योग की प्राचीन विधाएं.

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव
author img

By

Published : Mar 3, 2021, 6:05 PM IST

ऋषिकेश: गढ़वाल मंडल विकास निगम और पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के तीसरे दिन योगाचार्यों ने योग साधकों को विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास कराया और योग के महत्व से साधकों को अवगत कराया.

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव

संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. लक्ष्मी नारायण जोशी ने बताया कि योग आसन करते हुए यदि चिकित्सीय लाभ लेनें हैं तो साधक को आसन का सही तरीका और साथ ही पूरक आसन की जानकारी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के तनाव को दूर करना है तो नियमित रूप से नाड़ी शोधन प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए. यह मस्तिष्क को शक्ति देता है और स्मृति का विकास कर तनाव को दूर करता है.

योग साधकों ने सीखी योग की प्राचीन विधाएं
योग साधकों ने सीखी योग की प्राचीन विधाएं

ये भी पढ़ें: काम वाली बाइयों के सम्मान में निकाली जाएगी साइकिल रैली

इसके साथ ही ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय की बीके शिवानी ने योग साधकों को आनलाईन (वर्चुअल) संबोधित करते हुए कहा कि पिछला साल कई प्रश्न लेकर आया था, जिससे हम सभी लोगों ने काफी कुछ सीखा. इस कोरोना काल में लोगों ने योग के महत्व को समझा और उसे जीवन में उतारने की कोशिश की. योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, योग जीवन जीने का तरीका है. जो इस सृष्टि की हर समस्या को हल कर सकता है. शक्ति से सृष्टि की हर चीज पर प्रभाव पड़ता है.

बीके शिवानी ने योग के गिनाए फायदे
बीके शिवानी ने योग के गिनाए फायदे

ऋषिकेश: गढ़वाल मंडल विकास निगम और पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के तीसरे दिन योगाचार्यों ने योग साधकों को विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास कराया और योग के महत्व से साधकों को अवगत कराया.

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव

संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. लक्ष्मी नारायण जोशी ने बताया कि योग आसन करते हुए यदि चिकित्सीय लाभ लेनें हैं तो साधक को आसन का सही तरीका और साथ ही पूरक आसन की जानकारी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के तनाव को दूर करना है तो नियमित रूप से नाड़ी शोधन प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए. यह मस्तिष्क को शक्ति देता है और स्मृति का विकास कर तनाव को दूर करता है.

योग साधकों ने सीखी योग की प्राचीन विधाएं
योग साधकों ने सीखी योग की प्राचीन विधाएं

ये भी पढ़ें: काम वाली बाइयों के सम्मान में निकाली जाएगी साइकिल रैली

इसके साथ ही ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय की बीके शिवानी ने योग साधकों को आनलाईन (वर्चुअल) संबोधित करते हुए कहा कि पिछला साल कई प्रश्न लेकर आया था, जिससे हम सभी लोगों ने काफी कुछ सीखा. इस कोरोना काल में लोगों ने योग के महत्व को समझा और उसे जीवन में उतारने की कोशिश की. योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, योग जीवन जीने का तरीका है. जो इस सृष्टि की हर समस्या को हल कर सकता है. शक्ति से सृष्टि की हर चीज पर प्रभाव पड़ता है.

बीके शिवानी ने योग के गिनाए फायदे
बीके शिवानी ने योग के गिनाए फायदे
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.