देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) मामले में गिरफ्तारी का सिलसिला बढ़ता जा रहा है. उत्तराखंड एसटीएफ ने नकल माफिया गैंग की अहम कड़ी को गिरफ्तार किया है. सरकारी नौकरियों का सौदागर कहे जाने वाले मास्टरमाइंड के मुख्य साथी तनुज शर्मा को लंबी पूछताछ और पुख्ता सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है.
उत्तरकाशी में शिक्षक है आरोपी: एसटीएफ के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी तनुज शर्मा देहरादून के रायपुर चौक का रहने वाला है और वर्तमान में उत्तरकाशी के राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज नेटवाड़ में फिजिकल टीचर के रूप में काम करता है. तनुज शर्मा से की गई पूछताछ एवं विवेचना के दौरान मिले अहम साक्ष्यों के आधार पर देर रात्रि तनुज शर्मा गिरफ्तार किया गया. एसटीएफ को ऐसे दर्जनों अन्य परीक्षार्थी के बारे में पुख्ता जानकारी मिली है, जो पेपर लीक से पास हुए हैं और इस कड़ी से जुड़े हुए हैं.
अपने घर में याद कराए थे आंसर: फिजिकल टीचर तनुज शर्मा की पूछताछ में इस परीक्षा लीक मामले का मुख्य सरगना एवं कुछ अन्य के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है, जिनके संबंध में सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं. अभियुक्त तनुज शर्मा ने करीब 20 अभ्यर्थियों को अपने घर में परीक्षा से पहले रात को प्रश्न पत्र और उसके उत्तर याद कराये थे. इसके साथ ही कुछ छात्रों को देहरादून से दूसरे स्थान पर ले जाकर भी पेपर लीक किया गया.
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दूसरे राज्यों से भी जुड़े हैं तार: बयानों और जांच के आधार पर ये भी पता चला है कि उत्तराखंड नकल माफियाओं के तार उत्तर प्रदेश के शातिर लोगों से भी जुड़े हैं. इस पूरे मामले में अंतरराज्यीय नकल माफिया गड़जोड़ का खुलासा करने की तैयारी हो रही है. एसटीएफ का कहना है कि जल्द ही नकल गैंग की पूरी नकेल उनके हाथ में होगी. STF की कुछ टीमें उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों में रवाना हो गई हैं.
बता दें कि यूकेएसएसएससी (UKSSSC) द्वारा 4 और 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की गई थी. इस परीक्षा के संपन्न होने के बाद परिणाम जारी हुआ. जिसके बाद बेरोजगार संगठनों एवं कई छात्रों ने सीएम से मिलकर उक्त परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच के लिए ज्ञापन दिया.
एसटीएफ को अभियोग की जांच की गई ट्रांसफर: पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड को इस मामले में तत्काल अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिए गए. जिस पर 22 जुलाई 2022 को देहरादून के थाना रायपुर में मु.अ.सं. 289/22 धारा 420 IPC में दर्ज किया गया और जांच में धारा 467, 468, 471, 34 भादवि की बढ़ोतरी की गई. अभियोग की जांच पुलिस महानिदेशक द्वारा प्राथमिकता के आधार पर एसटीएफ को ट्रांसफर की गई है.
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इस तरह दिया गया था पेपर लीक की घटना को अंजाम: अभियुक्त अभिषेक वर्मा निवासी सीतापुर (कर्मचारी प्रिंटिंग प्रेस) ने प्रिंटिंग प्रेस से पेपर चुराया था. उसने परीक्षा से 4-5 दिन पहले 29 नवंबर 2021 को प्रश्नपत्र के तीनों पालियों के सेट विभिन्न माध्यम से जयजीत दास को भेजे. जयजीत दास (प्रोग्रामर प्रिंटिंग प्रेस) ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी पीआरडी (पूर्व संविदा कर्मचारी UKSSSC) और दीपक चौहान को दिया. मनोज जोशी पीआरडी ने ये प्रश्नपत्र मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक, गौरव नेगी और अपने साले हिमांशु कांडपाल को दिए. मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक और गौरव नेगी ने ये प्रश्नपत्र रामनगर में एक रिसॉर्ट और काशीपुर में एक वैंकट हॉल और घर में सॉल्व कराया. मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक ने ही कुलवीर और शूरवीर चौहान के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को यह प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया.
हिमांशु कांडपाल ने ये प्रश्नपत्र अपने साथी महेंद्र चौहान, दीपक शर्मा, अमरीश कुमार के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया. मनोज जोशी सितारगंज ने यह प्रश्नपत्र गौरव चौहान अपर निजी सचिव के कुछ अभ्यर्थी तुषार चौहान आदि को उपलब्ध कराया. दीपक चौहान ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी भावेश जगूडी के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया. अब तक की जांच में सभी अभियुक्तों की इस अपराध में संलिप्तता पाई गई है और उनके विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य प्राप्त हो गए है.