जिला | मौत |
नैनीताल | 34 |
चंपावत | 11 |
अल्मोड़ा | 06 |
बागेश्वर | 05 |
उधमसिंहनगर | 02 |
पिथौरागढ़ | 04 |
पौड़ी | 03 |
कुल | 65 |
उत्तरकाशी-हिमाचल बॉर्डर पर 5 लोगों के शव दिखे, अब तक 65 की मौत
15:59 October 21
उत्तराखंड में 65 लोगों की मौत
12:24 October 21
उत्तरकाशी-हिमाचल बॉर्डर पर 5 लोगों के शव दिखे, 11 ट्रैकर हुए थे लापता
उत्तरकाशी और हिमाचल बॉर्डर पर बुधवार को 8 ट्रैकर और तीन पोर्टर लापता हो गए थे. रेस्क्यू टीम को आज इलाके में 5 शव दिखे हैं. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हर्षिल-छितकुल लखमा पास पर लापता 11 पर्यटकों को ढूंढने के लिए सेना और SDRF मौके पर पहुंची है. एक ट्रैकर्स मिथुन को लेकर एसडीआरएफ सुरक्षित स्थान (हिमाचल प्रदेश) की ओर रवाना हो चुकी है. वहीं रेस्क्यू टीम को 5 लोगों के शव दिखे हैं. शवों को रेस्क्यू करने का प्रयास जारी है. वहीं अन्य लापता लोगों की खोज जारी है.
12:21 October 21
उत्तराखंड आपदा: मृतकों की संख्या 59 हुई
11:01 October 21
राइस मिलों में पानी भरने से धान खराब
उत्तराखंड में पिछले लगातार जल प्रहार से अब तक 5 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है और कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है. मैदानी इलाकों में सबसे अधिक नुकसान उधम सिंह नगर जनपद में देखने को मिला है. मौसम खुलने के दो दिन बाद भी राइस मिलों में कमर तक पानी भरा हुआ है, जिससे मिलों में रखा करोड़ों रुपये का सरकारी और निजी धान खराब हो चुका है.
10:16 October 21
सुन्दरढूंगा घाटी में ट्रैकिंग के लिए गए चार पर्यटकों की मौत, 20 पर्यटक लापता
बागेश्वर: उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. वहीं, बागेश्वर के सुन्दरढूंगा घाटी में ट्रैकिंग पर गए चार पर्यटकों की मौत हो गई है. जबकि दो लापता बताए जा रहे हैं. वहीं कफनी ग्लेशियर में ट्रैकिंग के लिए गए 20 पर्यटक लापता बताए जा रहे हैं. उनके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है. इसके साथ ही द्वाली में भी 34 पर्यटक फंसे हुए हैं. एसडीआरएफ की टीम देर रात ही पर्यटकों की मदद के लिए रवाना हो गई थी. वहीं आज जिला प्रशासन की दो टीमें हेलीकॉप्टर के साथ रवाना होंगी.
09:49 October 21
रामनगर कॉर्बेट फॉल सैलानियों के लिए बंद
रामनगर: उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया है, जिससे उत्तराखंड में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, बीते दिनों विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट फॉल मार्ग क्षतिग्रस्त होने और पेड़ गिरने के बाद फॉल को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है.
08:09 October 21
उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही का जो मंजर दिखा है, सुन्दरढूंगा घाटी में 4 पर्यटकों की मौत
देहरादून: उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. जिससे उत्तराखंड में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, अब तक प्रदेश में 59 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि कई लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं. उत्तराखंड में इस भीषण त्रासदी के निशान अगले महीनों तक देखे जाएंगे. इन तीन दिनों में प्रदेश को अब तक 5 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. 7 लोगों की की ग्लेशियर में मौत हुई है.
वहीं, उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने गृहमंत्री अमित शाह उत्तराखंड पहुंचे हैं. वह देहरादून में आज अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. आज गृहमंत्री अमित शाह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं.
वहीं, उत्तरकाशी भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लापता तीन पोर्टरों के शव बरामद कर लिए गए हैं. पोर्टर भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) गश्ती दल के साथ सीमा पर गए थे. पोर्टरों के शव आइटीबीपी की नीला पानी चौकी से डेढ़ किलोमीटर दूर सीमा की ओर बर्फ में दबे मिले. वहीं बागेश्वर के सुन्दरढूंगा घाटी में ट्रैकिंग पर गए चार पर्यटकों की मौत हो गई है. जबकि दो लापता बताए जा रहे हैं. वहीं कफनी ग्लेशियर में ट्रैकिंग के लिए गए 20 पर्यटक लापता बताए जा रहे हैं. जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि रेस्क्यू टीम रवाना हो गई है.
59 लोगों की हुई मौत: उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से प्रकृति ने अपना कहर बरपाया हुआ है. बारिश और बाढ़ के कारण प्रदेश में आपदा जैसे हालात हैं. 17 और 18 अक्टूबर को लगातार हुई भीषण बारिश के बाद जो त्रासदी हुई, वह हम सबके सामने है. इन 3 दिनों के भीतर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर भूस्खलन जलभराव और संपर्क मार्ग टूटने के अलावा अन्य कई तरह के नुकसान देखने को मिले हैं. जनहानि की बात करें तो सबसे ज्यादा नैनीताल जिले में 30 मौतें अब तक रिपोर्ट की गई हैं. इस तरह से पूरे प्रदेश में केवल 3 दिनों के भीतर 59 लोग काल के गाल में समा गए हैं.
15:59 October 21
उत्तराखंड में 65 लोगों की मौत
जिला | मौत |
नैनीताल | 34 |
चंपावत | 11 |
अल्मोड़ा | 06 |
बागेश्वर | 05 |
उधमसिंहनगर | 02 |
पिथौरागढ़ | 04 |
पौड़ी | 03 |
कुल | 65 |
12:24 October 21
उत्तरकाशी-हिमाचल बॉर्डर पर 5 लोगों के शव दिखे, 11 ट्रैकर हुए थे लापता
उत्तरकाशी और हिमाचल बॉर्डर पर बुधवार को 8 ट्रैकर और तीन पोर्टर लापता हो गए थे. रेस्क्यू टीम को आज इलाके में 5 शव दिखे हैं. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हर्षिल-छितकुल लखमा पास पर लापता 11 पर्यटकों को ढूंढने के लिए सेना और SDRF मौके पर पहुंची है. एक ट्रैकर्स मिथुन को लेकर एसडीआरएफ सुरक्षित स्थान (हिमाचल प्रदेश) की ओर रवाना हो चुकी है. वहीं रेस्क्यू टीम को 5 लोगों के शव दिखे हैं. शवों को रेस्क्यू करने का प्रयास जारी है. वहीं अन्य लापता लोगों की खोज जारी है.
12:21 October 21
उत्तराखंड आपदा: मृतकों की संख्या 59 हुई
11:01 October 21
राइस मिलों में पानी भरने से धान खराब
उत्तराखंड में पिछले लगातार जल प्रहार से अब तक 5 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है और कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है. मैदानी इलाकों में सबसे अधिक नुकसान उधम सिंह नगर जनपद में देखने को मिला है. मौसम खुलने के दो दिन बाद भी राइस मिलों में कमर तक पानी भरा हुआ है, जिससे मिलों में रखा करोड़ों रुपये का सरकारी और निजी धान खराब हो चुका है.
10:16 October 21
सुन्दरढूंगा घाटी में ट्रैकिंग के लिए गए चार पर्यटकों की मौत, 20 पर्यटक लापता
बागेश्वर: उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. वहीं, बागेश्वर के सुन्दरढूंगा घाटी में ट्रैकिंग पर गए चार पर्यटकों की मौत हो गई है. जबकि दो लापता बताए जा रहे हैं. वहीं कफनी ग्लेशियर में ट्रैकिंग के लिए गए 20 पर्यटक लापता बताए जा रहे हैं. उनके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है. इसके साथ ही द्वाली में भी 34 पर्यटक फंसे हुए हैं. एसडीआरएफ की टीम देर रात ही पर्यटकों की मदद के लिए रवाना हो गई थी. वहीं आज जिला प्रशासन की दो टीमें हेलीकॉप्टर के साथ रवाना होंगी.
09:49 October 21
रामनगर कॉर्बेट फॉल सैलानियों के लिए बंद
रामनगर: उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया है, जिससे उत्तराखंड में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, बीते दिनों विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट फॉल मार्ग क्षतिग्रस्त होने और पेड़ गिरने के बाद फॉल को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है.
08:09 October 21
उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही का जो मंजर दिखा है, सुन्दरढूंगा घाटी में 4 पर्यटकों की मौत
देहरादून: उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. जिससे उत्तराखंड में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, अब तक प्रदेश में 59 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि कई लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं. उत्तराखंड में इस भीषण त्रासदी के निशान अगले महीनों तक देखे जाएंगे. इन तीन दिनों में प्रदेश को अब तक 5 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. 7 लोगों की की ग्लेशियर में मौत हुई है.
वहीं, उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने गृहमंत्री अमित शाह उत्तराखंड पहुंचे हैं. वह देहरादून में आज अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. आज गृहमंत्री अमित शाह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं.
वहीं, उत्तरकाशी भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लापता तीन पोर्टरों के शव बरामद कर लिए गए हैं. पोर्टर भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) गश्ती दल के साथ सीमा पर गए थे. पोर्टरों के शव आइटीबीपी की नीला पानी चौकी से डेढ़ किलोमीटर दूर सीमा की ओर बर्फ में दबे मिले. वहीं बागेश्वर के सुन्दरढूंगा घाटी में ट्रैकिंग पर गए चार पर्यटकों की मौत हो गई है. जबकि दो लापता बताए जा रहे हैं. वहीं कफनी ग्लेशियर में ट्रैकिंग के लिए गए 20 पर्यटक लापता बताए जा रहे हैं. जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि रेस्क्यू टीम रवाना हो गई है.
59 लोगों की हुई मौत: उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से प्रकृति ने अपना कहर बरपाया हुआ है. बारिश और बाढ़ के कारण प्रदेश में आपदा जैसे हालात हैं. 17 और 18 अक्टूबर को लगातार हुई भीषण बारिश के बाद जो त्रासदी हुई, वह हम सबके सामने है. इन 3 दिनों के भीतर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर भूस्खलन जलभराव और संपर्क मार्ग टूटने के अलावा अन्य कई तरह के नुकसान देखने को मिले हैं. जनहानि की बात करें तो सबसे ज्यादा नैनीताल जिले में 30 मौतें अब तक रिपोर्ट की गई हैं. इस तरह से पूरे प्रदेश में केवल 3 दिनों के भीतर 59 लोग काल के गाल में समा गए हैं.