देहरादूनः भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी वंदना कटारिया को उत्तराखंड सरकार 25 लाख रुपये देगी. उत्तराखंड सरकार ने वंदना कटारिया को सम्मान राशि के रूप में 25 लाख रुपये देने की घोषणा की है.
बता दें कि वंदना कटारिया हरिद्वार जिले के रोशनाबाद की रहने वाली हैं. वंदना कटारिया भारतीय महिला हॉकी टीम की पहली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलंपिक में गोल की हैट्रिक की है. इस ओलंपिक में वंदना ने भारतीय टीम की ओर से सबसे ज्यादा 4 गोल किए.
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वहीं शुक्रवार को देहरादून की ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने भी वंदना को 11 लाख रुपये दिए हैं. इसके अलावा 8 अगस्त को उत्तराखंड की 22 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार दिया जाएगा, जिसमें अंतरराष्ट्रीय महिला हाकी खिलाड़ी वंदना कटारिया का नाम भी शामिल है.
वंदना कटारिया के लिए खेल के लिहाज से जहां पिछले तीन महीने यादगार हैं, वहीं व्यक्तिगत रूप से ये समय काफी कष्टप्रद भी रहा. 30 मई को उनके पिता का देहांत हो गया था. उस समय वंदना कटारिया बैंगलुरू में लगे कैंप में ओलंपिक के लिए अपनी स्किल को निखार रही थी. वंदना के सामने इस दुख की घड़ी में दो ही विकल्प थे. या तो वो पिता के अंतिम दर्शन करने हरिद्वार आती. या फिर कैंप में रहकर ओलंपिक की तैयारी को और धार देती.
वंदना कटारिया ने अपने खेल और देश को आगे रखा. अपनी व्यक्तिगत क्षति को प्रशिक्षण पर हावी नहीं होने दिया. वंदना पिता के अंतिम दर्शन के लिए नहीं आईं. भारतीय महिला हॉकी टीम जब टोक्यो ओलंपिक पहुंची तो उससे मेडल की खास उम्मीद नहीं थी. पहले तीन मैच जब टीम हारी तो किसी को बहुत ज्यादा आश्चर्य नहीं हुआ. लेकिन जब टीम ने जीतना शुरू किया तो टीम सीधे सेमीफाइनल में जा पहुंची.
इस दौरान वंदना का प्रदर्शन बहुत ही शानदार था. वंदना ने ओलंपिक में गोल की हैट्रिक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी होने का गौरव पाया, वहीं उन्होंन भारत की ओर से सबसे ज्यादा 4 गोल किए.
भारतीय महिला टीम जब सेमीफाइनल में हारी तो हरिद्वार में उनके घर के पास कुछ अराजक तत्वों ने पटाखे फोड़े और उनके घर के सदस्यों से जाति-सूचक शब्दों में गाली-गलौज की. इसकी खबर टोक्यो में वंदना तक भी पहुंची. जबरदस्त प्रेशर वाले ओलंपिक के दौरान घर से इस तरह की खबर मिलने से वंदना पर दबाव और ज्यादा बढ़ गया. लेकिन देश की बेटी ने हिम्मत नहीं हारी.
टीम जब कांस्य पदक वाला मैच इंग्लैंड से हारी तो सबकी आंखों में आंसू थे. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अभिभावक की तरह भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों को फोन किया. फोन पर पीएम मोदी ने सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए हिम्मत बंधाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदना कटारिया की खासतौर पर तारीफ की.