देहरादून: प्रदेश में राजस्व को लेकर 4000 करोड़ के एक बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे आबकारी विभाग के फील्ड के अधिकारियों की वजह से विभाग की किरकिरी हो रही है. कई जगहों से लापरवाही की शिकायतें आ रही हैं. नैनीताल में तो आबकारी के सबसे बड़े अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप तक लग गया है.
आबकारी विभाग का है 4000 करोड़ का लक्ष्य: उत्तराखंड में कर विभाग के बाद आबकारी विभाग राजस्व के मामले में सबसे बड़ा विभाग है. आबकारी विभाग के ऊपर प्रदेश में राजस्व अर्जन यानी कमाई की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है. उत्तराखंड में आबकारी विभाग ने इस बार 3600 करोड़ के लक्ष्य को 4000 करोड़ तक का बढ़ाया है. इसका पीछा करते हुए लगातार आबकारी विभाग द्वारा काम किया जा रहा है.
अल्मोड़ा में होना है तीन दुकानों का आवंटन: आबकारी आयुक्त हरीश चंद्र सेमवाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा आबकारी विभाग को दिए गए चार हजार करोड़ के लक्ष्य के क्रम में आबकारी विभाग की सभी 627 दुकानों में से केवल 3 दुकानें अल्मोड़ा जिले में आवंटन के लिए शेष हैं, जिन पर तेज गति से आवंटन की प्रक्रिया चल रही है. आयुक्त सेमवाल ने बताया कि जल्द ही इन दुकानों का भी आवंटन कर दिया जाएगा. वहीं इसके अलावा पिछले वर्ष में बन रही दुकानों को भी इस बार खोला गया है, जिसमें उधमसिंह नगर और अल्मोड़ा में आबकारी विभाग की सभी दुकानों के संचालन की प्रक्रिया शुरू की गई है.
तीन जिलों के अधिकारियों पर गिरी गाज: 400 करोड़ के राजस्व प्राप्ति के बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे आबकारी विभाग की मेहनत पर जिलों के अधिकारी पानी फेरने का काम कर रहे हैं. हाल ही में आबकारी आयुक्त ने कड़ा एक्शन लेते हुए उत्तरकाशी और चमोली के जिला आबकारी अधिकारियों को उनकी लापरवाही के चलते प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से राजस्व में हानि पहुंचाने और आदेशों की अवहेलना करने पर कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत कार्रवाई करते हुए सस्पेंड किया है. वहीं अल्मोड़ा के जिला आबकारी अधिकारी को देहरादून जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय से संबद्ध किया गया है.
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नैनीताल के आबकारी अधिकारी की शिकायत: सोमवार को नैनीताल के आबकारी अधिकारी की शिकायत आबकारी आयुक्त को पहुंची. एक शराब व्यवसायी द्वारा बताया गया कि आबकारी अधिकारी द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है और नियमों के विरुद्ध चालान भुगतान के लिए कहा जा रहा है. शराब व्यवसाई द्वारा विभिन्न राजनीतिक व्यक्तियों तक अपनी शिकायत पहुंचाई गई, जिस पर आबकारी कार्यालय द्वारा कार्रवाई की जा रही है.