विकासनगर: उत्तराखंड में मॉनसून जल सैलाब लेकर आया है. प्रदेश के कई जनपदों में हो रही मूसलाधार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं. कई गांवों में पहाड़ों का पानी और मलबा घुस आया है. राज्य के सैकड़ों सड़क बंद हैं. पिछले दिनों देहरादून में बादल फटा था. वहीं, आज विकासनगर के जाखन में बादल फटा है. इसके अलावा कालसी ब्लॉक के हथियारी गांव में भारी मलबा आने से कई घरों में मलबा और पानी घुस गया है. सूचना पर कालसी जुड्डो के लिए एसडीआरएफ की टीम तुरंत रवाना हुई, लेकिन मार्ग अवरुद्ध होने के कारण टीम काफी मशक्कत के बाद हथियारी गांव पहुंची.
वहीं, घर में घुसे मलबा और पानी को निकालने के लिए ग्राम प्रधान और पटवारी ने प्रशासन से मदद मांगी. मौके पर पहुंची एसडीआरएफ टीम ने चार परिवारों को गांव से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. जूड्डो गांव में भी नाला उफान पर आने के कारण कई घरों में पानी घुस गया. वहीं, दो बकरियां लापता हैं.
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एसडीआरएफ ने गांव में पहुंचकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. वहीं, दूसरी ओर पछवा दून के बोलोगी गांव में एक मकान गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. मौके पर तहसील प्रशासन पहुंचा है. इसके अलावा विकासनगर के जाखन गांव में बादल फटा है. घटना में एक मकान धराशायी हो गया, जिसमें एक व्यक्ति की मलबे में दबकर मौत हो गई. खेतों में मलबा आने से फसल बर्बाद हो गया.
विकासनगर से लगते पावर प्रोजेक्ट क्षेत्र जुड्डो के पास बरसाती नाले ने अपना रौद्र रूप दिखाया है. हालांकि यहां जान माल की कोई हानि नहीं हुई, लेकिन अचानक मलबा आने से सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण मार्ग बंद हो गया. साथ ही पावर प्रोजेक्ट एरिया में मौजूद कार्यालय में भारी पानी जमा हो गया. वही खुशालपुर के इस्लामनगर गांव में दो मकान ढह गए, जिसके प्रभावितों ने मुआवजे की गुहार लगाई है.
क्षेत्र के तीन पावर हाउसों में बिजली उत्पादन ठप पड़ा है. फिलहाल दो पावर हाउस छिबरौ और खोदरी में जनरेशन चल रहा है. भारी बारिश से यमुना में डिस्चार्ज बढ़ने और सिल्ट आने से उत्पादन रोका गया है. शीतला नदी उफान पर है. वहीं, विकासनगर तहसीलदार सोहन राघड़ ने प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि विकासनगर के पहाड़ी क्षेत्र में जान माल का नुकसान हुआ है.
उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है.गौर हो कि उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के कारण प्रदेश के हालात बेहद खराब हैं. राजधानी देहरादून समेत नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में तेज बौछारों के साथ ही मूसलाधार बारिश की आशंका है. उधर बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण उत्तराखंड की 659 सड़कें बंद पड़ी हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक उत्तरकाशी जिले में 2, देहरादून में 2, चमोली में 7, पौड़ी में 18, टिहरी में 10, बागेश्वर में 3, नैनीताल में 3, चंपावत में 3 एवं पिथौरागढ़ में 17 मार्ग बंद हैं.
भारी बारिश के कारण बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे कई जगह पर बंद हैं. यमुनोत्री हाईवे नैनबाग में मलबा आने के कारण बंद है. शुक्रवार सुबह फकोट के पास ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे का एक पूरा हिस्सा भारी बारिश से टूट गया. इस कारण राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों तरफ कई वाहन फंस गए. बारिश की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि संबंधित विभाग वहां मशीन तक नहीं भेज पाया. विकासनगर-बड़कोट हाईवे यमुना पुल के पास बंद हो गया है.