देहरादून: 16 जून 2013 को केदारनाथ धाम में आए जल-प्रलय के जख्म अभी तक भरे नहीं हैं. आपदा में कई लोगों ने अपनी जिंदगी गंवा दी थी. आंकड़ों के मुताबिक 2013 की भीषण प्राकृतिक आपदा में 8,000 से अधिक यात्रियों और श्रद्धालुओं को कई दिनों के रेस्क्यू अभियान के तहत तमाम राहत बचाव दलों द्वारा कठिन चुनौतियों को पार कर सकुशल बचाया गया था. हालांकि इसके बावजूद आज भी हजारों की संख्या में लोग लापता हैं.
बता दें कि पुलिस डायरी में वर्ष 2013 में आयी विनाशकारी प्राकृतिक आपदा में लापता हुए व्यक्तियों के संबंध में कुल 1,840 मुकदमे पंजीकृत किए गए थे. जिसके तहत 3,886 व्यक्ति गुमशुदा पाए गए थे. जिनका आज तक पता नहीं चल पाया है. हालांकि वर्ष 2013 की आपदा के बाद से पिछले 7 वर्षों में 7 बार लापता लोगों और नर कंकालों की खोजबीन का अभियान चलाया गया है. जिसके तहत अबतक 699 नर कंकालों को बरामद किया जा चुका है. ऐसे में एक बार फिर 3,200 से अधिक लापता लोगों और नर कंकालों को खोजने का अभियान शुरू किया गया है, ताकि पिछले 7 वर्षों से लापता लोगों के परिवारजनों के मन की आशंका और व्यथा को कुछ हद तक कम किया जा सके.
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7 वर्षो में 7 बार के अभियान में शवों व नर कंकालों की खोजबीन की स्थिति इस प्रकार रही...
- वर्ष 2013 से ही अलग-अलग सर्च अभियान के दौरान अब तक कुल 699 नर कंकाल बरामद किए जा चुके हैं. इनमें से मात्र 18 के डीएनए सैंपल का मिलान हुआ है और 11 शवों की शिनाख्त भी हो चुकी है.
- वर्ष 2013 में एसडीआरएफ सहित अन्य रेस्क्यू टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन में 545 नर कंकाल खोज निकाले गये थे.
- 2014 में एक बार फिर लापता लोगों के कंकालों को खोजबीन का अभियान शुरू हुआ और इस अभियान में 63 नर कंकाल सर्च टीम द्वारा बरामद किए गए. कंकालों के बरामद होने के बाद उनका डीएनए सैंपल लेने के बाद दाह संस्कार भी किया गया.
- वर्ष 2015 में कंकालों को खोजने के दौरान पांच नर कंकाल मिले.
- वर्ष 2016 में नर कंकालों की खोजबीन अभियान में सात नर कंकाल केदार घाटी के आसपास से बरामद किए गए. खोजे गए नर कंकालों के डीएनए सैंपल लेकर उनका विधि अनुसार दाह संस्कार किया गया.
- वर्ष 2017 में एक बार फिर नर कंकालों को खोजने का अभियान चलाया गया. इस बार सात नर कंकाल घाटी क्षेत्र से बरामद किए गए. सभी का डीएनए सैंपल लेकर अंतिम संस्कार किया गया.
वर्ष 2018 में कंकालों की खोजबीन में 21 नर कंकाल अभियान में बरामद किए गए. ऐसे में वर्ष 2013 से अब तक 699 लापता लोगों के नर कंकाल अभियान के तहत खोजबीन कर बरामद किए गए हैं. सभी नर कंकालों का डीएनए सैंपल लेकर विधि अनुसार उनका दाह संस्कार किया गया.
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भारी तादाद में केदार घाटी इलाके में मलवा हटाकर नर कंकालों को खोजबीन का कार्य जारी है. वहीं मामले में गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने बताया कि फिलहाल 16 सितंबर 2020 से शुरू हुए नर कंकालों को खोजने का कार्य एक सप्ताह तक चलाया जाएगा. ऐसे में अभियान के परिणाम के तहत ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएंगी.
आईजी अभिनव कुमार के मुताबिक केदारनाथ घाटी के इलाकों में कई वर्षों से मलबा हटाने का कार्य किया जाता रहा है और उसी के तहत लापता लोगों के शव और कंकालों की खोजबीन करने का अभियान भी जारी है. इस बार के अभियान में भी कई स्थानों से मलबा हटाकर कंकालों को खोजने का कार्य किया जाएगा. ताकि उनका डीएनए सैंपल पीड़ित परिजनों से मिलान कर आगे की कार्रवाई की जा सके.
हालांकि इस बार पहले दिन की खोजबीन में टीम को कुछ नहीं मिला है. लेकिन टीम अपने खोजी अभियान में लगी रहेगी.