ऋषिकेश: एम्स ऋषिकेश के डायरेक्टर प्रोफेसर रविकांत पर यूपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना के फर्जी प्रशस्ति पत्र तैयार करने आरोप लगा है. इस मामले में मंत्री खन्ना के निजी सचिव ने लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई है.
मंत्री के निजी सचिव छोटेलाल की तहरीर पर हजरतगंज कोतवाली में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रोफेसर रविकांत पर आरोप है कि उन्होंने मंत्री के नाम और कमल के फूल के लेटर पैड वाले फर्जी प्रशस्ति पत्र को तैयार किया था.
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इस मामले पर निदेशक रविकांत ने अपनी बात रखी है. उन्होंने इसको साजिश करार बताते देते हुए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
निदेशक रविकांत के मुताबिक, कई साल पहले उनकी मुलाकात मंत्री खन्ना से हुई थी. लेकिन उनका मंत्री से कोई भी खास ताल्लुकात नहीं है.
वहीं, निदेशक रविकांत ने यह भी बताया कि लखनऊ में नए वाइस चांसलर बनने की संभावना को लेकर इस तरह की साजिश रची जा रही है. यही कारण है कि उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने किसी भी तरह का कोई धोखाधड़ी नहीं की है.
हालांकि, उन्होंने पूर्व में कुछ धोखाधड़ी के मामले पकड़े थे और उनपर कार्रवाई भी हुई थी. संभवतः यही कारण है कि इस तरह के बेबुनियाद मामले उछालकर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है.