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Ankita हत्याकांड: पुलकित को था डर, अंकिता रिजॉर्ट के गलत धंधों के खोल देगी राज, 800 मोबाइल नंबर भी रडार पर

अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) की जांच कर रही एसआईटी को आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिल गए हैं. पुलिस चार महत्वपूर्ण गवाहों के कोर्ट में 164 के तहत बयान भी दर्ज करा चुकी है. इसके अलावा पुलिस को हत्या का पुख्ता मोटिव भी मिल गया है.

अंकिता भंडारी हत्याकांड
अंकिता भंडारी हत्याकांड
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Published : Oct 3, 2022, 4:14 PM IST

Updated : Oct 3, 2022, 6:15 PM IST

देहरादून: अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. एसआईटी की जांच (SIT investigation in ankita case) में हत्या का मोटिव साफ (murder motive of ankita bhandari) हो गया है. पुलकित आर्य और उसके दोनों मैनेजर सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता ने रिसॉर्ट और अपने राज दबाने के लिए अंकिता को मौत के घाट उतारा था. इसकी पुष्टि एसआईटी जांच के आधार पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने की है.

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन (ADG Law Order V Murugation) ने बताया कि अंकिता भंडारी को मारने का मुख्य उद्देश्य यही था कि रिजॉर्ट में उस पर पुलकित आर्य 'अनैतिक काम' करने का दबाव बना रहा था. अनैतिक काम के नाम पर वीआईपी गेस्ट को 'स्पेशल सर्विस' दी जा रही थी, जिसके लिए पुलकित ने अंकिता भंडारी को भी कहा था. अंकिता ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया था साथ ही अंकिता ने इसकी जानकारी अपने दोस्त पुष्प को भी दी थी.
पढ़ें- उत्तराखंड पर्यटन के थाईलैंड कल्चर पर त्रिवेंद्र ने दिखाये तेवर, अडोप्टटेशन पर खड़े किये सवाल

पोल खुलने का था डर: एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन के मुताबिक पुलकित को डर था कि अंकिता भंडारी वहां से नौकरी छोड़ने वाली है और वो रिजॉर्ट में हो रहे सभी अनैतिक कामों की पोल खोल देगी. इसी वजह से पुलकित ने अपने दोनों मैनेजरों सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता के साथ मिलकर अंकिता का रास्ते हटा दिया, ताकि उनका राज बाहर न आ सके.

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन.

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन के मुताबिक, एसआईटी को इसको लेकर पुख्ता सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर ये साबित हो चुका है कि अंकिता पर गलत काम करने के लिए दवाब बनाया जा रहा था. इसके अलावा इन आरोपों को पुख्ता करने के लिए चार महत्वपूर्ण गवाहों के कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज किए हैं. ऐसे में जल्द से जल्द आरोपियों को कोर्ट से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.

अनैतिक कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा था: SIT जांच में इस बात की भी पुष्टि हुई है कि रिजॉर्ट को प्रॉफिट में चलाने में चलाने के लिए मकसद से पुलकित अनैतिक कार्यों को बढ़ावा दे रहा था. इसके लिए पुलकिल लंबे समय से अपने कर्मचारियों पर मानसिक और शारीरिक रूप से दबाव बना रहा था. पुलकित कर्मचारियों की सैलरी भी नहीं दे रहा था. इसी वजह से कर्मचारी एक दो महीने के अंदर ही काम छोड़कर जा रहे थे. अंकिता भी काम छोड़ने का मन बना चुकी थी.
पढ़ें- अपने ही रिजॉर्ट में पुलिस ऑफिसर बनकर रेड करता था पुलकित, कपल को डराने धमकाने का भी आरोप

घाटे में चल रहा था रिजॉर्ट: जांच में ये भी सामने आया है कि पुलकित ने पहले ये रिजॉर्ट किसी को दिया था, लेकिन वो व्यक्ति भी इसे सही ढंग से नहीं चला पाया. इसके बाद पुलकित ने खुद ही इस रिजॉर्ट का संचालन शुरू किया और उसे प्रॉफिट में लाने के लिए वहां पर अनैतिक काम करने लगा. अनैतिक कामों के लिए उसने अंकिता भी दबाव बनाया था.

पुलकित की वजह से कई कर्मचारियों ने छोड़ा रिजॉर्ट: SIT जांच में इस तरह की बातें भी निकलकर सामने आई हैं कि पुलकित अंकिता के अलावा अन्य महिला कर्मचारियों पर इस तरह के दबाव बना चुका है, लेकिन उन्होंने भी अंकिता का साथ नहीं दिया और नौकरी छोड़कर चली गईं.

800 मोबाइल नंबर एसआईटी की रडार पर: अंकिता हत्याकांड से पहले रिजॉर्ट के आसपास करीब 800 मोबाइल नंबर एक्टिव थे, जिनका संपर्क पुलकित से हुआ था. एसआईटी ने इन 800 मोबाइल नंबरों को अपने रडार पर लिया है, ताकि इस बात की पुख्ता जानकारी मिल सके कि अनैतिक क्रियाकलापों और स्पेशल सर्विस के नाम पर रिजॉर्ट में आखिर चल क्या रहा था.
पढ़ें- मर्डर के बाद पुलकित ने अंकिता को बताया था खुद की बच्ची, मजदूर का खुलासा

आरोपियों के लिए 400 सवालों की लिस्ट: एसआईटी ने जब तीनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया तो उनके लिए 400 सवालों की लिस्ट तैयारी की गई थी. पुलिस ने न सिर्फ बारी-बारी से आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की, बल्कि क्राइम सीन रीक्रिएट कर उनको पुख्ता भी किया.

अक्टूबर में होनी थी बड़ी पार्टी: एसआईटी को जानकारी मिली थी कि अक्टूबर में ही रिजॉर्ट के अंदर एक बड़ी पार्टी आयोजित होनी थी. ये पार्टी दिल्ली के किसी व्यक्ति ने बुक कराई थी. एसआईटी ने पार्टी की बुकिंग कराने वाले लोगों से भी पूछताछ की है. इसके साथ ही एसआईटी ने रिजॉर्ट में पहले से ठहरे कुछ महमानों से भी पूछताछ की है, जिनके बयानों को चार्जशीट में गवाही माना जाएगा.

देहरादून: अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. एसआईटी की जांच (SIT investigation in ankita case) में हत्या का मोटिव साफ (murder motive of ankita bhandari) हो गया है. पुलकित आर्य और उसके दोनों मैनेजर सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता ने रिसॉर्ट और अपने राज दबाने के लिए अंकिता को मौत के घाट उतारा था. इसकी पुष्टि एसआईटी जांच के आधार पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने की है.

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन (ADG Law Order V Murugation) ने बताया कि अंकिता भंडारी को मारने का मुख्य उद्देश्य यही था कि रिजॉर्ट में उस पर पुलकित आर्य 'अनैतिक काम' करने का दबाव बना रहा था. अनैतिक काम के नाम पर वीआईपी गेस्ट को 'स्पेशल सर्विस' दी जा रही थी, जिसके लिए पुलकित ने अंकिता भंडारी को भी कहा था. अंकिता ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया था साथ ही अंकिता ने इसकी जानकारी अपने दोस्त पुष्प को भी दी थी.
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पोल खुलने का था डर: एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन के मुताबिक पुलकित को डर था कि अंकिता भंडारी वहां से नौकरी छोड़ने वाली है और वो रिजॉर्ट में हो रहे सभी अनैतिक कामों की पोल खोल देगी. इसी वजह से पुलकित ने अपने दोनों मैनेजरों सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता के साथ मिलकर अंकिता का रास्ते हटा दिया, ताकि उनका राज बाहर न आ सके.

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन.

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन के मुताबिक, एसआईटी को इसको लेकर पुख्ता सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर ये साबित हो चुका है कि अंकिता पर गलत काम करने के लिए दवाब बनाया जा रहा था. इसके अलावा इन आरोपों को पुख्ता करने के लिए चार महत्वपूर्ण गवाहों के कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज किए हैं. ऐसे में जल्द से जल्द आरोपियों को कोर्ट से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.

अनैतिक कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा था: SIT जांच में इस बात की भी पुष्टि हुई है कि रिजॉर्ट को प्रॉफिट में चलाने में चलाने के लिए मकसद से पुलकित अनैतिक कार्यों को बढ़ावा दे रहा था. इसके लिए पुलकिल लंबे समय से अपने कर्मचारियों पर मानसिक और शारीरिक रूप से दबाव बना रहा था. पुलकित कर्मचारियों की सैलरी भी नहीं दे रहा था. इसी वजह से कर्मचारी एक दो महीने के अंदर ही काम छोड़कर जा रहे थे. अंकिता भी काम छोड़ने का मन बना चुकी थी.
पढ़ें- अपने ही रिजॉर्ट में पुलिस ऑफिसर बनकर रेड करता था पुलकित, कपल को डराने धमकाने का भी आरोप

घाटे में चल रहा था रिजॉर्ट: जांच में ये भी सामने आया है कि पुलकित ने पहले ये रिजॉर्ट किसी को दिया था, लेकिन वो व्यक्ति भी इसे सही ढंग से नहीं चला पाया. इसके बाद पुलकित ने खुद ही इस रिजॉर्ट का संचालन शुरू किया और उसे प्रॉफिट में लाने के लिए वहां पर अनैतिक काम करने लगा. अनैतिक कामों के लिए उसने अंकिता भी दबाव बनाया था.

पुलकित की वजह से कई कर्मचारियों ने छोड़ा रिजॉर्ट: SIT जांच में इस तरह की बातें भी निकलकर सामने आई हैं कि पुलकित अंकिता के अलावा अन्य महिला कर्मचारियों पर इस तरह के दबाव बना चुका है, लेकिन उन्होंने भी अंकिता का साथ नहीं दिया और नौकरी छोड़कर चली गईं.

800 मोबाइल नंबर एसआईटी की रडार पर: अंकिता हत्याकांड से पहले रिजॉर्ट के आसपास करीब 800 मोबाइल नंबर एक्टिव थे, जिनका संपर्क पुलकित से हुआ था. एसआईटी ने इन 800 मोबाइल नंबरों को अपने रडार पर लिया है, ताकि इस बात की पुख्ता जानकारी मिल सके कि अनैतिक क्रियाकलापों और स्पेशल सर्विस के नाम पर रिजॉर्ट में आखिर चल क्या रहा था.
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आरोपियों के लिए 400 सवालों की लिस्ट: एसआईटी ने जब तीनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया तो उनके लिए 400 सवालों की लिस्ट तैयारी की गई थी. पुलिस ने न सिर्फ बारी-बारी से आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की, बल्कि क्राइम सीन रीक्रिएट कर उनको पुख्ता भी किया.

अक्टूबर में होनी थी बड़ी पार्टी: एसआईटी को जानकारी मिली थी कि अक्टूबर में ही रिजॉर्ट के अंदर एक बड़ी पार्टी आयोजित होनी थी. ये पार्टी दिल्ली के किसी व्यक्ति ने बुक कराई थी. एसआईटी ने पार्टी की बुकिंग कराने वाले लोगों से भी पूछताछ की है. इसके साथ ही एसआईटी ने रिजॉर्ट में पहले से ठहरे कुछ महमानों से भी पूछताछ की है, जिनके बयानों को चार्जशीट में गवाही माना जाएगा.

Last Updated : Oct 3, 2022, 6:15 PM IST
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