डोईवाला: जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की कवायद तेज हो गई है. एयरपोर्ट के बनने से आसपास के सैकड़ों लोग प्रभावित होंगे. इस खबर से ग्रामीणों की नींद उड़ गई है. ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है. ग्रामीणों का कहना है कि 20 नवंबर को जौलीग्रांट एयरपोर्ट विस्तारीकरण के विरोध में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा.
जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए इसका विस्तार किया जाएगा. इससे ग्रामीणों को एक बार फिर विस्तारीकरण के चलते विस्थापन झेलना पड़ेगा. इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बनाने के लिए 6350 मीटर लंबे रनवे की जरूरत होगी. वर्तमान समय में 2700 मीटर लंबा रनवे है. आसपास के क्षेत्रों में मूल्यांकन का कार्य शुरू हो गया है.
जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की एक बार फिर कवायद तेज हो गई है. लोनिवि और तहसील प्रशासन की टीम एयरपोर्ट के आसपास के मकानों, भवनों, होटलों और दुकानों की गणना का कार्य करने में जुटी हुई हैं. एयरपोर्ट के पास चोर पुलिया से लेकर दुर्गा चौक के बीच मूल्यांकन का कार्य किया जा रहा है. दुर्गा चौक के पास 900 मीटर लंबाई और इसकी चौड़ाई 350 मीटर है.
जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए 409 मीटर यानि 31.5 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है. जमीन के लिए सर्वे तहसील और पीडब्ल्यूडी की टीम संयुक्त रूप से कर रही हैं. रिपोर्ट तैयार होने के बाद शासन को भेज दी जाएगी. एयरपोर्ट को इंटरनेशनल लेवल का बनाने के लिए इसकी लंबाई 2700 मीटर से बढ़ाकर 3650 मीटर की जा रही है.
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वहीं स्थानीय ग्रामीण इस विस्तारीकरण से बेहद नाराज हैं. उनका कहना है कि एक बार पहले भी एयरपोर्ट से वो लोग विस्थापित किए जा चुके हैं. कुछ लोग पहले से विस्थापित होकर यहां बसे थे. उनके साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है. 2006 में पहले भी उन्हें विस्थापित किया गया था और एक बार फिर उन्हें विस्थापन का दंश झेलना पड़ेगा.
सभासद राजेश भट्ट का कहना है कि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से आसपास के लोगों को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उनका व्यापार चौपट हो जाएगा और रोजगार भी छिन जाएगा. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. वही जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के खिलाफ ग्रामीण एकजुट होने शुरू हो गए हैं. 20 नवंबर को महापंचायत का ऐलान किया गया है.
पूरे मामले पर एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से कहा गया है कि फिलहाल सभी कार्य सरकार और शासन की ओर से किए जा रहे हैं. जब एयरपोर्ट के पास लैंड ट्रांसफर होकर आएगी उसके बाद एयरपोर्ट प्रशासन का कार्य शुरू होगा.
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