ETV Bharat / state

जौलीग्रांट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की तैयारी, विस्थापन से डरे ग्रामीणों ने शुरू किया विरोध

जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है. इसके लिए इन दिनों जमीन की नाप चल रही है. अभी जौलीग्रांट एयरपोर्ट का रनवे 2700 मीटर लंबा है. इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए 6350 मीटर लंबे रनवे की जरूरत होगी. दूसरी तरफ एयरपोर्ट विस्तारीकरण का ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि वो विस्थापित नहीं होना चाहते हैं. 20 नवंबर को जौलीग्रांट एयरपोर्ट विस्तारीकरण के विरोध में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा.

Jolly Grant Airport
जौलीग्रांट एयरपोर्ट
author img

By

Published : Nov 16, 2022, 9:59 AM IST

डोईवाला: जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की कवायद तेज हो गई है. एयरपोर्ट के बनने से आसपास के सैकड़ों लोग प्रभावित होंगे. इस खबर से ग्रामीणों की नींद उड़ गई है. ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है. ग्रामीणों का कहना है कि 20 नवंबर को जौलीग्रांट एयरपोर्ट विस्तारीकरण के विरोध में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा.

जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए इसका विस्तार किया जाएगा. इससे ग्रामीणों को एक बार फिर विस्तारीकरण के चलते विस्थापन झेलना पड़ेगा. इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बनाने के लिए 6350 मीटर लंबे रनवे की जरूरत होगी. वर्तमान समय में 2700 मीटर लंबा रनवे है. आसपास के क्षेत्रों में मूल्यांकन का कार्य शुरू हो गया है.

जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की एक बार फिर कवायद तेज हो गई है. लोनिवि और तहसील प्रशासन की टीम एयरपोर्ट के आसपास के मकानों, भवनों, होटलों और दुकानों की गणना का कार्य करने में जुटी हुई हैं. एयरपोर्ट के पास चोर पुलिया से लेकर दुर्गा चौक के बीच मूल्यांकन का कार्य किया जा रहा है. दुर्गा चौक के पास 900 मीटर लंबाई और इसकी चौड़ाई 350 मीटर है.

जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए 409 मीटर यानि 31.5 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है. जमीन के लिए सर्वे तहसील और पीडब्ल्यूडी की टीम संयुक्त रूप से कर रही हैं. रिपोर्ट तैयार होने के बाद शासन को भेज दी जाएगी. एयरपोर्ट को इंटरनेशनल लेवल का बनाने के लिए इसकी लंबाई 2700 मीटर से बढ़ाकर 3650 मीटर की जा रही है.
ये भी पढ़ें: जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर टैक्सी ड्राइवर को CISF जवानों ने पीटा, विरोध में यूनियन का बंद

वहीं स्थानीय ग्रामीण इस विस्तारीकरण से बेहद नाराज हैं. उनका कहना है कि एक बार पहले भी एयरपोर्ट से वो लोग विस्थापित किए जा चुके हैं. कुछ लोग पहले से विस्थापित होकर यहां बसे थे. उनके साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है. 2006 में पहले भी उन्हें विस्थापित किया गया था और एक बार फिर उन्हें विस्थापन का दंश झेलना पड़ेगा.

सभासद राजेश भट्ट का कहना है कि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से आसपास के लोगों को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उनका व्यापार चौपट हो जाएगा और रोजगार भी छिन जाएगा. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. वही जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के खिलाफ ग्रामीण एकजुट होने शुरू हो गए हैं. 20 नवंबर को महापंचायत का ऐलान किया गया है.

पूरे मामले पर एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से कहा गया है कि फिलहाल सभी कार्य सरकार और शासन की ओर से किए जा रहे हैं. जब एयरपोर्ट के पास लैंड ट्रांसफर होकर आएगी उसके बाद एयरपोर्ट प्रशासन का कार्य शुरू होगा.
ये भी पढ़ें: देहरादून: जौलीग्रांट एयरपोर्ट से स्पाइसजेट की फ्लाइट अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

डोईवाला: जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की कवायद तेज हो गई है. एयरपोर्ट के बनने से आसपास के सैकड़ों लोग प्रभावित होंगे. इस खबर से ग्रामीणों की नींद उड़ गई है. ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है. ग्रामीणों का कहना है कि 20 नवंबर को जौलीग्रांट एयरपोर्ट विस्तारीकरण के विरोध में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा.

जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए इसका विस्तार किया जाएगा. इससे ग्रामीणों को एक बार फिर विस्तारीकरण के चलते विस्थापन झेलना पड़ेगा. इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बनाने के लिए 6350 मीटर लंबे रनवे की जरूरत होगी. वर्तमान समय में 2700 मीटर लंबा रनवे है. आसपास के क्षेत्रों में मूल्यांकन का कार्य शुरू हो गया है.

जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की एक बार फिर कवायद तेज हो गई है. लोनिवि और तहसील प्रशासन की टीम एयरपोर्ट के आसपास के मकानों, भवनों, होटलों और दुकानों की गणना का कार्य करने में जुटी हुई हैं. एयरपोर्ट के पास चोर पुलिया से लेकर दुर्गा चौक के बीच मूल्यांकन का कार्य किया जा रहा है. दुर्गा चौक के पास 900 मीटर लंबाई और इसकी चौड़ाई 350 मीटर है.

जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए 409 मीटर यानि 31.5 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है. जमीन के लिए सर्वे तहसील और पीडब्ल्यूडी की टीम संयुक्त रूप से कर रही हैं. रिपोर्ट तैयार होने के बाद शासन को भेज दी जाएगी. एयरपोर्ट को इंटरनेशनल लेवल का बनाने के लिए इसकी लंबाई 2700 मीटर से बढ़ाकर 3650 मीटर की जा रही है.
ये भी पढ़ें: जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर टैक्सी ड्राइवर को CISF जवानों ने पीटा, विरोध में यूनियन का बंद

वहीं स्थानीय ग्रामीण इस विस्तारीकरण से बेहद नाराज हैं. उनका कहना है कि एक बार पहले भी एयरपोर्ट से वो लोग विस्थापित किए जा चुके हैं. कुछ लोग पहले से विस्थापित होकर यहां बसे थे. उनके साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है. 2006 में पहले भी उन्हें विस्थापित किया गया था और एक बार फिर उन्हें विस्थापन का दंश झेलना पड़ेगा.

सभासद राजेश भट्ट का कहना है कि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से आसपास के लोगों को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उनका व्यापार चौपट हो जाएगा और रोजगार भी छिन जाएगा. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. वही जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के खिलाफ ग्रामीण एकजुट होने शुरू हो गए हैं. 20 नवंबर को महापंचायत का ऐलान किया गया है.

पूरे मामले पर एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से कहा गया है कि फिलहाल सभी कार्य सरकार और शासन की ओर से किए जा रहे हैं. जब एयरपोर्ट के पास लैंड ट्रांसफर होकर आएगी उसके बाद एयरपोर्ट प्रशासन का कार्य शुरू होगा.
ये भी पढ़ें: देहरादून: जौलीग्रांट एयरपोर्ट से स्पाइसजेट की फ्लाइट अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.