देहरादून: सुद्धोवाला जेल के गेट से फरार हुए कैदी को आखिरकार 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सहसपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने नशा तस्कर वाहिद को सभावाला और बड़ा रामपुर के गन्ने के खेतों से कॉम्बिंग के दौरान गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार फरार कैदी रात भर बड़ा रामपुर के विभिन्न जंगलों और गन्नों के खेतों में छिपने का प्रयास कर रहा था. वहीं, डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि जेल ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले दो पुलिसकर्मियों को सजा मिली है.
गौरतलब है कि बीते सोमवार को थाना सहसपुर क्षेत्र से तीन नशा तस्करों को अवैध चरस के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर सुद्धोवाला जेल भेजा दिया था. जहां से अन्य कैदियों के बीच से सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर वाहिद नाम का कैदी मंगलवार को फरार हो गया था. थाना सहसपुर प्रभारी नरेंद्र गहलोत के मुताबिक कैदी वाहिद अपनी नशे की लत को पूरा करने के चलते जेल से पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हुआ था. गिरफ्तार कैदी ने पूछताछ में बताया कि दो दिन पहले नशा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद उसे स्मैक की डोज नहीं मिली थी, जिसका वह आदी रहा है. इसी कारण अपने नशे की लत को पूरा करने के चलते वह जेल के गेट से सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार हुआ.
ये भी पढ़ें : कांग्रेसियों से हरदा की अपील, BJP के शीर्ष नेताओं से जुड़े मैसेज पर न करें कमेंट
थाना सहसपुर प्रभारी नरेंद्र गहलोत के मुताबिक जेल से फरार होने के बाद नशा तस्कर वाहिद सभावाला और बड़ा रामपुर के बीच गन्ने के खेतों में छुपा होने का सुराग मिला. सुराग मिलते ही पुलिस टीम रात भर वाहिद की तलाश करती रही. आखिर में कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने बुधवार सुबह गन्ने के खेत की घेराबंदी कर फरार कैदी को गिरफ्तार कर लिया है.
कैदी के फरार मामले में पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
सुद्धोवाला जेल के गेट से पुलिसकर्मियों को चकमा देकर कैदी के फरार होने वाले मामले की गंभीरता को देखते हुए देहरादून डीआईजी ने लापरवाह ड्यूटी कर्मियों के खिलाफ सख्ती के निर्देश हैं. जेल ड्यूटी के दौरान इस घटना के समय कोताही बरतने वाले दो पुलिसकर्मियों को सजा के तौर पर 14 दिन के लिए फटिक वाली ड्यूटी करने के निर्देश दिए है. यानी ड्यूटी में शिथिलता बरतने वाले इन दो पुलिसकर्मियों को 14 दिन तक प्रतिदिन अपने ग्रामीण क्षेत्र के थाना सहसपुर से तड़के देहरादून पुलिस लाइन आकर स्टेडियम ग्राउंड के 10 चक्कर लगाने होंगे, और उसके बाद वापस थाने जाकर दिन भर ड्यूटी करनी होगी.
वहीं, इस मामले में देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि जेल ड्यूटी में लापरवाही बरतने का मामला गंभीर है. ऐसे में भविष्य में ऐसी गलती किसी भी स्तर पर दोहराई ना जाए. इसको देखते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों को 14 दिन तक फटिक वाली सजा दी गई है.