ऋषिकेश: पूरे देश में चर्चित उत्तराखंड के अंकिता भंडारी हत्याकांड (ankita bhandari murder case) में सीबीआई जांच की मांग बढ़ती आ रही है. अपनी इसी मांग को लेकर तीर्थनगरी ऋषिकेश से कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने बदरीनाथ (PM Narendra Modi Badrinath Tour) पहुंच गए हैं. लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले खून से एक चिट्ठी भी लिखी है. इसमें अंकिता को न्याय दिलाने के लिए सीबीआई जांच की मांग की गई है.
गढ़वाली बोली भाषा में गीत गाकर भी अंकिता को न्याय दिलाने की गुहार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से लगाते हुए लोग दिखाई दे रहे हैं. उत्तराखंड के जनपद पौड़ी गढ़वाल के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी की हत्या (ankita bhandari case) का मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. हर तरफ अंकिता को न्याय दिलाने की गुहार लोग सड़कों पर उतर कर सरकार से लगा रहे हैं. मामले में फिलहाल एसआईटी की जांच जारी है. लेकिन लोग एसआईटी की जांच पर शायद विश्वास नहीं कर रहे हैं. इसलिए वह लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. इसी मांग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने की कोशिश भी स्थानीय लोग कर रहे हैं.
तीर्थनगरी ऋषिकेश से कुछ लोग और महिलाएं बदरीनाथ पहुंच गए हैं. जिन्होंने खून से एक पत्र भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लिखा है. जिसमें अंकिता को न्याय दिलाने की गुहार प्रधानमंत्री से लगाई गई है. पत्र के अंदर अंकिता हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग भी की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बदरीनाथ आगमन से ठीक पहले लोगों ने गढ़वाली भाषा में गीत गाकर अंकिता को न्याय दिलाने का एक भरसक प्रयास भी किया है. गढ़वाली बोली भाषा में गीत गाकर कहा गया है कि वह खून से भरा पत्र अंकिता को न्याय दिलाने के लिए मजबूरी में लिख रहे हैं. जल्द से जल्द मामले में सीबीआई जांच कराकर अंकिता हत्याकांड में शामिल सभी अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके.
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क्या है मामला: 19 साल की अंकिता भंडारी पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. ये रिजॉर्ट बीजेपी के तत्कालीन बड़े नेता विनोद आर्य के छोटे बेटे पुलकित आर्य का था. आरोप है कि पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी पर दबाव बनाया था कि वो रिजॉर्ट में आने वाले ग्राहकों के साथ गलत काम करे, लेकिन अंकिता भंडारी ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया और नौकरी छोड़ने का फैसला भी ले लिया था. इसी बात को लेकर अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी.
पुलकित आर्य को डर था कि अंकिता उसका और रिजॉर्ट में होने वाले अनैतिक कामों का पर्दाफाश कर देगी. इसी वजह से 18 सितंबर देर शाम को पुलकित बहस के बाद अंकिता को काम के बहाने रिजॉर्ट से बाहर ले गया और आरोप है कि ऋषिकेश के पास चीला नहर में धक्का देकर उसकी हत्या कर दी.
पुलकित आर्य के इस घिनौने कृत्य में उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता ने उसका साथ दिया था. अंकिता की लाश 24 सितंबर को चीला नहर से मिली थी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को 23 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद इस पूरे कांड से पर्दा उठा था. अभी तीनों आरोपी पौड़ी जेल में बंद हैं.