देहरादूनः सूबे में स्टाफ की कमी झेल रहे सरकारी अस्पतालों में जल्द ही स्टाफ नर्सों की नियुक्ति की जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार स्टाफ नर्स की भर्ती को लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेजों में लिखित परीक्षा आयोजित कराने की तैयारी में है. ऐसे में माना जा रहा है कि नर्सों की कमी से जूझ रहे अस्पतालों को राहत मिलेगी और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
दरअसल, दून मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी के एसडीएमएच समेत श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्सों के 900 पद रिक्त चल रहे हैं. जिसकी वजह से मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत अन्य पैरामेडिकल स्टाफ पर अतिरिक्त बोझ बढ़ रहा है. साथ ही इलाज कराने पहुंच रहे मरीजों की सही से देखभाल नहीं हो पा रही है. जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, सूत्रों की मानें तो स्टाफ नर्सों की नियुक्ति के लिए सरकार लिखित परीक्षा आयोजित कराने पर विचार कर रही है.
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इससे पहले स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया था कि प्रदेश के अस्पतालों में स्टाफ नर्सों की कमी को देखते हुए शासन को एक प्रस्ताव भेजा है. जिसमें साढे़ चार हजार स्टाफ नर्सों की नियुक्ति से संबंधित बात कही गई है. ऐसे में स्वास्थ्य महकमा आईपीएचएस मानकों के अनुरूप प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में प्रयासरत है. साथ ही प्रदेश के अस्पतालों में स्टाफ नर्सों की नियुक्ति अतिशीघ्र की जाए.
गौर हो कि प्रदेश के अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ का टोटा बना हुआ है. वर्तमान में 1535 स्टाफ नर्सों के स्वीकृत पदों में से 1160 नर्सें ही कार्यरत हैं, जबकि 371 पद खाली पड़े हुए हैं. ऐसे में स्टाफ नर्सों की भर्ती होती है तो स्टाफ की कमी झेल रहे उत्तराखंड के सबसे बड़े सरकारी दून मेडिकल कॉलेज को राहत मिलेगी. साथ ही मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध होगी.