देहरादून: उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लंबे समय से चला आ रहा इंतजार जल्द खत्म होने जा रहा है. मिले संकेतों के अनुसार उत्तराखंड मंत्रिमंडल में दो से तीन नए चेहरों को जगह मिल सकती है. सरकार गठन होने के बाद से ही मंत्रिमंडल में दो पद रिक्त चल रहे हैं. जिसको लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई हैं.
दरअसल, उत्तराखंड में विधानसभा सदस्यों के लिहाज से मंत्रिमंडल में 12 चेहरों को जगह दी जा सकती है. ऐसे में मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने मंत्रिमंडल में 9 लोगों को ही जगह दी थी. मुख्यमंत्री को मिलाकर यह संख्या 10 है. ऐसे में दो मंत्री पद सरकार गठन के समय से ही खाली चल रहे हैं. जबकि संसदीय कार्य मंत्री रहे प्रकाश पंत का निधन होने के बाद अब मंत्रिमंडल में 3 पद रिक्त हो गए हैं.
उत्तराखंड में भाजपा के विधायकों की संख्या 57 है, जिनमें कई ऐसे विधायक हैं जो दो से तीन बार लगातार विधानसभा में जीतकर पहुंचे हैं. यही नहीं भाजपा में करीब 5 ऐसे विधायक हैं जो पूर्व में मंत्री पद भी संभाल चुके हैं. ऐसे में विधायक मंत्री पद भरे जाने को लेकर टकटकी लगाए हुए हैं. प्रकाश पंत के निधन के बाद यह तय है कि मंत्रिमंडल में एक से दो विधायक अनुभव के आधार पर मंत्रिमंडल में शामिल किए जाएंगे.
जबकि गढ़वाल और कुमाऊं का सामंजस्य बैठाने समेत जिलों को भी प्रतिनिधित्व देने और ब्राह्मण, ठाकुर, का सही तालमेल बनाए रखने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा. त्रिवेंद्र सरकार को करीब सवा 2 साल का समय हो चुका है, ऐसे में विधायक भी जल्द से जल्द मंत्री पदों को भरे जाने को लेकर दबाव बनाने में जुटे हैं. ऐसे भी उम्मीद लगाई जा रही है कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह के करीबी विधायकों को मंत्रिमंडल में खास तवज्जों मिल सकती है.