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धरातल पर नहीं हुआ काम, फिर भी स्थापना दिवस पर MDDA ने अपने कामों की जमकर की तारीफ - मदन कौशिक

देहरादून में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण को शहर के नियोजित विकास की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन प्राधिकरण अपने काम में पूरी तरह से फेल नजर आ रहा है. दून में कई बड़े प्रोजेक्ट बिना मानकों के पूरे कर लिए गए हैं. साथ ही शहर में अनाधिकृत कंक्रीट के जंगल उग आए हैं.

MDDA ने मनाया स्थापना दिवस.
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Published : Oct 25, 2019, 11:46 PM IST

देहरादूनः मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) का 36वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान प्राधिकरण के अधिकारियों ने एमडीडीए के कामों और उपलब्धियों को गिनाया. जबकि, धरातल पर हालत एकदम जुदा हैं. प्राधिकरण को शहर के नियोजित विकास की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन प्राधिकरण अपने काम में पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुआ है. आलम ये है कि अधिकारियों के लापरवाह रवैये के चलते अनियोजित विकास को खूब बल मिला है.

देहरादून में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण को यूं तो कई जिम्मेदारियों से नवाजा गया है. प्राधिकरण की मुख्य जिम्मेदारी शहर के नियोजित विकास की है, लेकिन प्राधिकरण अपने काम में पूरी तरह से फेल नजर आ रहा है.

MDDA ने मनाया स्थापना दिवस.

इतना ही नहीं दून में कई बड़े प्रोजेक्ट बिना मानकों के पूरे कर लिए गए हैं. साथ ही शहर में अनाधिकृत कंक्रीट के जंगल उग आए हैं, लेकिन एमडीडीए न तो शहर के इन हालातों पर नजर रख पाया और न ही राजधानी में किसी बड़े प्रोजेक्ट को समय से पूरा कर सका है.

ये भी पढे़ंः आखिर दीपावली में क्यों मंडराता है उल्लुओं की जान पर खतरा? पढ़ें पूरी खबर

बावजूद इसके अपने 36वें स्थापना दिवस पर एमडीडीए ने प्राधिकरण के कागजी कामों को लेकर खूब पीठ थपथपाने का काम किया. इस दौरान सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.

वहीं, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि आम से लेकर खास तक के लिए आवास नीति में बदलाव किया गया है. इसके लिए एफडी अभी लगातार प्रयास कर रहा है.

देहरादूनः मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) का 36वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान प्राधिकरण के अधिकारियों ने एमडीडीए के कामों और उपलब्धियों को गिनाया. जबकि, धरातल पर हालत एकदम जुदा हैं. प्राधिकरण को शहर के नियोजित विकास की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन प्राधिकरण अपने काम में पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुआ है. आलम ये है कि अधिकारियों के लापरवाह रवैये के चलते अनियोजित विकास को खूब बल मिला है.

देहरादून में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण को यूं तो कई जिम्मेदारियों से नवाजा गया है. प्राधिकरण की मुख्य जिम्मेदारी शहर के नियोजित विकास की है, लेकिन प्राधिकरण अपने काम में पूरी तरह से फेल नजर आ रहा है.

MDDA ने मनाया स्थापना दिवस.

इतना ही नहीं दून में कई बड़े प्रोजेक्ट बिना मानकों के पूरे कर लिए गए हैं. साथ ही शहर में अनाधिकृत कंक्रीट के जंगल उग आए हैं, लेकिन एमडीडीए न तो शहर के इन हालातों पर नजर रख पाया और न ही राजधानी में किसी बड़े प्रोजेक्ट को समय से पूरा कर सका है.

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बावजूद इसके अपने 36वें स्थापना दिवस पर एमडीडीए ने प्राधिकरण के कागजी कामों को लेकर खूब पीठ थपथपाने का काम किया. इस दौरान सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.

वहीं, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि आम से लेकर खास तक के लिए आवास नीति में बदलाव किया गया है. इसके लिए एफडी अभी लगातार प्रयास कर रहा है.

Intro:summary- राजधानी देहरादून में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के लापरवाह रवैये के चलते अनियोजित विकास को ख़ूब बल मिला..लेकिन अपने 36वें स्थापना दिवस पर प्राधिकरण के अधिकारियों ने एमडीडीए के कामों का खूब गुणगान किया...खास बात ये है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, शहरी वीकास् मंत्री मदन कौशिक समेत तमाम अधिकारी इसमें मौजूद रहे.


Body:देहरादून में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण को यूं तो कई जिम्मेदारियों से नवाजा गया है... लेकिन देखा जाए तो प्राधिकरण की मुख्य जिम्मेदारी शहर के नियोजित विकास की है..लेकिन प्राधिकरण अपने इसी काम में पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुआ है... दून में कई बड़े प्रोजेक्ट बिना मानकों के पूरे कर लिए गए.. तो शहर में अनधिकृत कंक्रीट के जंगल उग आए.. लेकिन एमडीडीए न तो शहर के इन हालातों पर नज़र रख पाया और ना ही राजधानी में किसी बड़े प्रोजेक्ट को समय से पूरा कर सका.. बावजूद इसके अपने 36 वें स्थापना दिवस पर एमडीडीए ने प्राधिकरण के कागजी कामों को खूब महिमामंडित किया। स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में फ्लेक्स लगाकर भविष्य में होने वाले तमाम बड़े प्रोजेक्टस की सुनहरी तस्वीर भी लगाई गई लेकिन हकीकत में एमडीडीए अपने किसी भी बड़े एक प्रोजेक्ट को भी इसमें जगह नही दे पाया।।। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि अब से लेकर खास तक के लिए आवास नीति में बदलाव किया गया है... और एफडी अभी इसके लिए लगातार प्रयास कर रहा है।


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