डोईवाल: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी औतार सिंह तोपवाल का गुरुवार को 99 साल की उम्र में निधन हो गया. तोपवाल लंबे समय से बीमार चल रहे थे. स्वतंत्रता सेनानी औतार सिंह तोपवाल ने कुछ दिन पहले ही ईटीवी भारत के साथ उन दिनों की यादों को साझा किया था, जब तोपवाल आजाद हिंद फौज के प्रमुख सूबेदार हुआ करते थे.
तोपवाल ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने नेताजी के साथ मणिपुर के इंफाल तक लड़ाई लड़ी. उन्होंने बताया कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जब अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा शहर पर परमामु बम गिराया तब नेताजी इंफाल में थे. उस समय अमेरिकी सेना ने जापान को 14 अगस्त को बिना शर्त समर्पण कर दिया था.
आजादी की लड़ाई लड़ते हुए तोपवाल कई बार जेल भी गए. आजादी में विशेष योगदान के लिए उन्हें प्रशासन की ओर से कई बार सम्मानित किया गया. 1974 में तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने औतार सिंह तोपवाल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था. तोपवाल के बेटे विजयपाल तोपवाल ने बताया कि उनके पिता का स्वास्थ्य पिछले कुछ समय से ठीक नहीं था.
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औतार सिंह तोपवाल नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज और टिहरी रियासत के खिलाफ लड़ाई के लिए बनाए गए प्रजामंडल में शामिल थे. तोपवाल आजाद हिंद फौज के प्रमुख सूबेदार थे. तोपवाल ने जापान और वर्मा की लड़ाई में भी हिस्सा लिया था.