देहरादून: उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण का आंकड़ा प्रतिदिन औसतन 800 से एक हजार के आसपास आ रहा है. जिसके चलते यह महामारी प्रदेश के लिए चिंता का सबब बनती जा रही है. वहीं, अब राज्य में प्रतिदिन औसतन 7 लोगों की कोरोना से मौत हो रही है. इसका सबसे बड़ा कारण अनलॉक के दौर में सामाजिक दूरी और अन्य दिशा निर्देशों की अनदेखी है. ऐसे में गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने 7 जिलों के पुलिस प्रभारियों को सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पहले से अधिक सख्ती बरतने के आदेश दिए हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर बढ़ेगी सख्ती
गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने माना कि कोरोना को लेकर स्वास्थ विभाग की गाइडलाइन लागू करने में प्रदेश पुलिस ने रिकॉर्ड स्तर पर कार्रवाई की है. लेकिन सामाजिक दूरी उल्लंघन मामले में कहीं ना कहीं कमियां सामने आ रही हैं. ऐसे में बढ़ते कोरोना के जानलेवा खतरे को कम करने की दृष्टि से सामाजिक दूरी उल्लंघन नियम को सख्ती से लागू कराना अब पहले से बेहद आवश्यक हो गया है.
विधानसभा सत्र के दौरान कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने के आदेश
वहीं, गढ़वाल आईजी ने अपराध समीक्षा बैठक में 7 जिलों के पुलिस प्रभारियों को आगामी विधानसभा सत्र के दौरान अपराध और कानून व्यवस्था से जुड़ी किसी भी समस्या को तत्काल ही संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं. ताकि सत्र के दौरान पुलिस मजबूती से अपना पक्ष रख सके.
पेंशन और आश्रित परिवारों की नौकरी मामले का तत्काल निस्तारण
वहीं, मासिक अपराध समीक्षा बैठक में गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने 7 जिलों में रिटायर्ड पुलिस कर्मियों की पेंशन से जुड़ी समस्याओं को जल्द से जल्द निस्तारण करने के आदेश दिए हैं. इतना ही नहीं ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के आश्रित परिवारों को नौकरी देने के मामले में भी जल्द कार्रवाई के कड़े निर्देश दिए.