ETV Bharat / state

ग्राम प्रधानों के समर्थन में चिलचिलाती धूप में बैठे हरीश रावत, सरकार पर साधा निशाना - Former Chief Minister Harish Rawat came in support of gram pradhan

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा आज पंचायती व्यवस्था की अनदेखी करने के लिए ग्राम प्रधानों को ऐसा काम सौंपा गया है, जो काम उनके लिए वैमनस्य पैदा कर रहा है. इसके लिए उन्हें किसी तरह की आर्थिक मदद न देना उनके लिए एक पूर्ण उपेक्षा का भाव पैदा कर रहा है.

harish-rawat-sit-in-scorching-sun-in-support-of-gram-pradhan
ग्राम प्रधानों से समर्थन में चिलचिलाती धूप में बैठे हरीश रावत
author img

By

Published : May 20, 2020, 7:25 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में दूसरे प्रदेशों से लौट रहे प्रवासियों को क्वारंटीन करने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों को दिये जाने पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चिलचिलाती धूप में बैठकर ग्राम प्रधानों की परेशानियों को उठाया. उन्होंने कहा संसाधन विहीन ग्राम प्रधान आखिर कैसे प्रवासियों की व्यवस्था संभालेंगे?

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा आज पंचायती व्यवस्था की अनदेखी करने के लिए ग्राम प्रधानों को ऐसा काम सौंपा गया है, जो काम उनके लिए वैमनस्य पैदा कर रहा है. इसके लिए उन्हें किसी तरह की आर्थिक मदद न देना उनके लिए एक पूर्ण उपेक्षा के भाव पैदा कर रहा है. हरीश रावत ने कहा वे ग्राम प्रधानों की बात को उठाते हुए चिलचिलाती धूप में बैठकर उनका समर्थन कर रहे हैं. हरीश रावत ने कहा वे निरंतर ट्वीट के माध्यम से इस बात को उठाते रहे हैं.

ग्राम प्रधानों से समर्थन में चिलचिलाती धूप में बैठे हरीश रावत

पढ़ें- LOCKDOWN: बच्चों की आंखों को सता रही ऑनलाइन क्लास

दरअसल, ग्राम प्रधानों को प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिसे लेकर कांग्रेस मुखर हो गई है. इसी कड़ी में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने 2 घंटे धूप में बैठकर तप करने का ऐलान किया था, जिसका समर्थन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी चिलचिलाती धूप में बैठकर ग्राम प्रधानों की समस्याओं को उठाया है. जोत सिंह बिष्ट का कहना है कि ग्राम प्रधानों को सरकार ने अभी तक एक भी पैसा नहीं दिया है. जिससे ग्राम प्रधानों के सम्मान को ठेस पहुंच रही है.

देहरादून: उत्तराखंड में दूसरे प्रदेशों से लौट रहे प्रवासियों को क्वारंटीन करने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों को दिये जाने पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चिलचिलाती धूप में बैठकर ग्राम प्रधानों की परेशानियों को उठाया. उन्होंने कहा संसाधन विहीन ग्राम प्रधान आखिर कैसे प्रवासियों की व्यवस्था संभालेंगे?

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा आज पंचायती व्यवस्था की अनदेखी करने के लिए ग्राम प्रधानों को ऐसा काम सौंपा गया है, जो काम उनके लिए वैमनस्य पैदा कर रहा है. इसके लिए उन्हें किसी तरह की आर्थिक मदद न देना उनके लिए एक पूर्ण उपेक्षा के भाव पैदा कर रहा है. हरीश रावत ने कहा वे ग्राम प्रधानों की बात को उठाते हुए चिलचिलाती धूप में बैठकर उनका समर्थन कर रहे हैं. हरीश रावत ने कहा वे निरंतर ट्वीट के माध्यम से इस बात को उठाते रहे हैं.

ग्राम प्रधानों से समर्थन में चिलचिलाती धूप में बैठे हरीश रावत

पढ़ें- LOCKDOWN: बच्चों की आंखों को सता रही ऑनलाइन क्लास

दरअसल, ग्राम प्रधानों को प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिसे लेकर कांग्रेस मुखर हो गई है. इसी कड़ी में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने 2 घंटे धूप में बैठकर तप करने का ऐलान किया था, जिसका समर्थन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी चिलचिलाती धूप में बैठकर ग्राम प्रधानों की समस्याओं को उठाया है. जोत सिंह बिष्ट का कहना है कि ग्राम प्रधानों को सरकार ने अभी तक एक भी पैसा नहीं दिया है. जिससे ग्राम प्रधानों के सम्मान को ठेस पहुंच रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.