देहरादून: लॉकडाउन में आय के स्रोत खत्म होने की वजह से मजबूरन श्रमिक पैदल चलकर घरों की ओर जा रहे हैं. केंद्र सरकार ट्रेनों के जरिए मजदूरों को घर भेजने का प्रबंध कर रही है. लेकिन सभी मजदूर इस सुविधा का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं.
चंडीगढ़ से 170 किलोमीटर पैदल चलकर मजदूरों का एक जत्था देहरादून पहुंचा. ईटीवी भारत से बातचीत में मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के बीच पैसे खत्म होने की वजह से पैदल ही यूपी के सीतापुर जा रहे हैं. मजदूरों के मुताबिक बीते चार दिनों से पैदल चल रहे हैं. देहरादून से सीतापुर की दूरी करीब 470 किलीमीटर है. ऐसे में मजदूरों को अभी भी सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना पड़ेगा.
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मजदूरों ने बताया कि वे चंडीगढ़ में लंबे समय से मजदूरी कर परिवार चलाते थे. लेकिन काम ना मिलने की वजह से खाने-पीने का संकट हो गया था. जिसके बाद उन्होंने पैदल ही घर जाने का फैसला किया. रास्ते में किसी ने खाना दे दिया तो ठीक नहीं तो भूखे पेट ही चलना पड़ता है.
वापस सीतापुर लौटने वाले मजदूरों का कहना है अब घर जाकर खेती ही करेंगे. क्योंकि लॉकडाउन के बीच उन्हें काम नहीं मिलेगा. ऐसे में उनके पास घर जाने का ही विकल्प बचा हुआ है. इस दौरान मजदूरों ने सरकार से वाहन के जरिए सकुशल घर भेजने की गुहार भी लगाई.