देहरादून: उत्तराखंड में तमाम विवादों में रहने वाले आयुर्वेद विश्वविद्यालय के मुख्य वित्त अधिकारी अमित जैन को तगड़ा झटका लगा है. शासन ने अमित जैन से नगर निगम और आयुर्वेद विश्वविद्यालय में वित्त अधिकारी के रूप में मिली जिम्मेदारियां वापस ले ली हैं. इन जिम्मेदारियों से हटाए जाने के बाद फिलहाल अमित जैन कोषागार पेंशन एवं हकदारी निदेशालय में सम्बद्ध रहेंगे.
शासन के आदेश को अमित जैन पर शिकंजा कसने के रूप में भी देखा जा रहा है. बताया गया है कि आयुर्वेद विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े कई मामलों पर पहले से ही जांच चल रही है. उधर सरकार ने पिछले दिनों ऐसे ही कुछ मसलों पर विजिलेंस जांच के आदेश भी दिए थे. खबर है कि इन्हीं जांचों के क्रम में अमित जैन पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है. हालांकि, काफी पहले ही अमित जैन पर कार्रवाई होने की बात कही जा रही थी, लेकिन किसी स्तर पर उनकी फाइल आगे नहीं बढ़ पा रही थी. वैसे इन सब खबरों के बीच बुधवार को अचानक शासन ने अमित जैन से जुड़ा आदेश जारी कर दिया. उनसे सभी जिम्मेदारियां वापस ले ली गई हैं.
आयुर्वेद विश्वविद्यालय में सैकड़ों करोड़ के भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की पहले से ही जांच चल रही है. इस मामले में कई लोग विजिलेंस की रडार पर भी हैं. इस बीच अमित जैन से इस तरह सभी पदों को हटाया जाना उनके लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है.बता दें पिछले कुछ समय से आयुर्वेद विश्वविद्यालय लगातार जांच एजेंसियों के निशाने पर रहा है. इस क्रम के बीच अमित जैन भी कुछ दिनों से शासन के चक्कर काटते हुए दिखाई दिए.