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रानीपोखरी पुल टूटने की सरकार कराएगी जांच, त्रिवेंद्र बोले- नए पुल पर जल्द काम

देहरादून-ऋषिकेश हाईवे पर रानीपोखरी में शुक्रवार को पुल का बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया. जब पुल गिरा उस समय उसके ऊपर वाहन दौड़ रहे थे. मुख्यमंत्री धामी ने पुल टूटने की जांच के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही डोईवाला से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी पुल ध्वस्त होने की घटना पर दुख जताया है.

Ranipokhari bridge collapse
Ranipokhari bridge collapse
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Published : Aug 27, 2021, 5:20 PM IST

Updated : Aug 27, 2021, 6:00 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है. शुक्रवार (27 अगस्त) दोपहर को ऋषिकेश-देहरादून हाईवे पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट के पास रानीपोखरी में एक पुल बीच से टूट गया. मामले की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज ने लापरवाह अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है. लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

वहीं, इस मामले पर जानकारी देते हुए सीएम धामी ने कहा कि सबसे पहले तो इसकी जांच कराई जाएगी की ये पुल कब बना था और इसमें कौन सी कार्यदायी संस्था थी. अगर इसमें कुछ गड़बड़ी मिली तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें- VIDEO: देहरादून एयरपोर्ट को जोड़ने वाला मुख्य पुल भरभराकर टूटा, उफनती नदी में गिरी गाड़ियां

जल्द पटरी पर लाया जाएगा जनजीवन: सीएम धामी ने कहा कि पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया है कि उस जगह पर कोई न जाए इस बात का ध्यान रखा जाए. साथ ही सीएम ने बताया कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट और ऋषिकेश रूट को डायवर्ट भी कर दिया गया है. पुलिस भी गाइड के रूप में वहां पर काम कर रही है. इस समय प्रदेश में आपदा आ रही है, सरकार की पूरी कोशिश है कि जहां पर भी जनजीवन प्रभावित हुआ है, उसे पटरी पर लाए जाए. लोगों को जल्द से जल्द से राहत भेजी जाए. प्रदेश में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी जिले में कहीं पर भी लोगों को दिक्कत नहीं होनी चाहिए.

ब्रिज टूटने की सरकार कराएगी जांच.

इतने पुराने पुल का क्यों नहीं लिया संज्ञान: रानीपोखरी पुल टूटने के बारे में लोक निर्माण विभाग के मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ये घटना बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है. प्राथमिक जानकारी जो मिली है, उसके अनुसार नदी का वेग ज्यादा होने से पिलर के नीचे का सिल्ट निकल गया था, जिससे पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. पानी का ज्यादा वेग आने के बहुत ज्यादा भूकटाव हो गया.

बता दें कि ये पुल 1964 में बना था. इतने पुराने पुल का अधिकारियों ने कभी संज्ञान नहीं लिया था क्या? इस सवाल पर विभागीय मंत्री महाराज ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी. जांच के बाद ही कुछ बता चल पाए है.

पढ़ें- उत्तराखंड में अगले 24 घंटे भी रहेंगे भारी, अलर्ट जारी, देहरादून में हुई रिकॉर्ड बारिश

त्रिवेंद्र ने भेजा संदेश: इसके साथ ही डोईवाला से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी पुल ध्वस्त होने की घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारी बरसात के कारण रानीपोखरी स्थित जाखन नदी का पुल टूटने की सूचना के तुरंत बाद ही उन्होंने संबंधित जिलाधिकारी से बात की है और उन्हें मौके का निरीक्षण कर अपडेट करने को कहा है. इसके साथ ही त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इस क्षेत्र के लिए पुल की स्वीकृति के साथ टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है और जल्द ही उसका निर्माण भी शुरू हो जाएगा. पूर्व सीएम ने कहा कि फिलहाल वो सीमांत क्षेत्र में हैं और वहां मोबाइल नेटवर्क ठीक से कार्य नहीं कर रहे हैं इसलिए वो डोईवाला में स्वयं उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं.

देहरादून: उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है. शुक्रवार (27 अगस्त) दोपहर को ऋषिकेश-देहरादून हाईवे पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट के पास रानीपोखरी में एक पुल बीच से टूट गया. मामले की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज ने लापरवाह अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है. लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

वहीं, इस मामले पर जानकारी देते हुए सीएम धामी ने कहा कि सबसे पहले तो इसकी जांच कराई जाएगी की ये पुल कब बना था और इसमें कौन सी कार्यदायी संस्था थी. अगर इसमें कुछ गड़बड़ी मिली तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें- VIDEO: देहरादून एयरपोर्ट को जोड़ने वाला मुख्य पुल भरभराकर टूटा, उफनती नदी में गिरी गाड़ियां

जल्द पटरी पर लाया जाएगा जनजीवन: सीएम धामी ने कहा कि पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया है कि उस जगह पर कोई न जाए इस बात का ध्यान रखा जाए. साथ ही सीएम ने बताया कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट और ऋषिकेश रूट को डायवर्ट भी कर दिया गया है. पुलिस भी गाइड के रूप में वहां पर काम कर रही है. इस समय प्रदेश में आपदा आ रही है, सरकार की पूरी कोशिश है कि जहां पर भी जनजीवन प्रभावित हुआ है, उसे पटरी पर लाए जाए. लोगों को जल्द से जल्द से राहत भेजी जाए. प्रदेश में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी जिले में कहीं पर भी लोगों को दिक्कत नहीं होनी चाहिए.

ब्रिज टूटने की सरकार कराएगी जांच.

इतने पुराने पुल का क्यों नहीं लिया संज्ञान: रानीपोखरी पुल टूटने के बारे में लोक निर्माण विभाग के मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ये घटना बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है. प्राथमिक जानकारी जो मिली है, उसके अनुसार नदी का वेग ज्यादा होने से पिलर के नीचे का सिल्ट निकल गया था, जिससे पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. पानी का ज्यादा वेग आने के बहुत ज्यादा भूकटाव हो गया.

बता दें कि ये पुल 1964 में बना था. इतने पुराने पुल का अधिकारियों ने कभी संज्ञान नहीं लिया था क्या? इस सवाल पर विभागीय मंत्री महाराज ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी. जांच के बाद ही कुछ बता चल पाए है.

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त्रिवेंद्र ने भेजा संदेश: इसके साथ ही डोईवाला से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी पुल ध्वस्त होने की घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारी बरसात के कारण रानीपोखरी स्थित जाखन नदी का पुल टूटने की सूचना के तुरंत बाद ही उन्होंने संबंधित जिलाधिकारी से बात की है और उन्हें मौके का निरीक्षण कर अपडेट करने को कहा है. इसके साथ ही त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इस क्षेत्र के लिए पुल की स्वीकृति के साथ टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है और जल्द ही उसका निर्माण भी शुरू हो जाएगा. पूर्व सीएम ने कहा कि फिलहाल वो सीमांत क्षेत्र में हैं और वहां मोबाइल नेटवर्क ठीक से कार्य नहीं कर रहे हैं इसलिए वो डोईवाला में स्वयं उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं.

Last Updated : Aug 27, 2021, 6:00 PM IST
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