देहरादून/दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक है. लिहाजा, राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. उत्तराखंड में भाजपा नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं तो विपक्ष के रूप में कांग्रेस भी न्याय और स्वाभिमान यात्रा के जरिए अपना वोट बैंक बढ़ाने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस राज्य और केंद्र की विफलताओं को जनता के सामने लाने की कोशिश भी कर रही है. ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक बार फिर भाजपा और आरएसएस पर गंभीर आरोप लगाया है.
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#WATCH | Delhi: "A serious issue came to the forefront that wherever BJP is in rule, they made their RSS workers sit in those institutions. They have caught hold of many educational institutions in Uttarakhand and these institutions have deteriorated over time...These events… pic.twitter.com/nj1W0mrnQ4
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— ANI (@ANI) August 19, 2023
दिल्ली दौर पर मौजूद हरीश रावत ने कहा, 'एक गंभीर मुद्दा सामने आया कि जहां भी बीजेपी का शासन है, उन्होंने उन संस्थानों में अपने आरएसएस कार्यकर्ताओं को बैठाया है. उन्होंने उत्तराखंड में कई शैक्षणिक संस्थानों पर कब्जा कर लिया है और समय के साथ इन संस्थानों की हालत खराब हो गई है. इन शिक्षण संस्थानों में काफी गिरावट दर्ज की गई है. ये बातें लगातार सामने आ रही हैं और पूरे देश के लेबल पर आ रही हैं.'
वहीं, जी-20 के मामले पर हरीश रावत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इन इवेंट का कभी भी राजनीतिकरण नहीं किया गया और वोट जीतने या किसी की सार्वजनिक छवि को चमकाने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया गया. लेकिन चिंता की बात यह है कि इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है.
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गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस, उत्तराखंड में अपनी जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रही है. उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शूरवीर सिंह सजवाण भी दावा कर चुके हैं कि 2024 के चुनाव में कांग्रेस 5 में से 3 सीटों पर अपनी जीत दर्ज करेगी. इसके लिए कांग्रेस ने पूरे दमखम के साथ तैयारियां शुरू कर दी है.