देहरादून: उत्तराखंड में वनाग्नि की घटनाएं अब विकराल होती जा रही है. राज्य में बीते दिन 11 जगहों पर आग लगने की घटनाएं हुईं. खास बात यह है कि पिछले एक हफ्ते में यह घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं और राज्य में अब तक 391 आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं. जिसमें 480 हेक्टेयर जंगल आग की भेंट चढ़े हैं.
राज्य में वन विभाग की चुनौतियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं, इसकी बड़ी वजह वन क्षेत्रों में बढ़ रही आग की घटनाएं हैं. दरअसल, पिछले एक हफ्ते में राज्य भर में विभिन्न क्षेत्रों में आग की घटनाएं बढ़ी हैं और बीते दिन 15 जगहों पर आग लगने की सूचना मिली हैं. साथ ही राज्य में 26.7 हेक्टेयर वन क्षेत्र आग की भेंट चढ़े हैं. जिसमें कुल ₹36700 का नुकसान हुआ है. हालांकि 1 हफ्ते पहले तक यह घटनाएं बहुत ज्यादा नहीं थी. लेकिन पिछले हफ्ते में इन घटनाओं में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है. इस सीजन में प्रदेश में 1255570 रुपए की वन संपदा जलकर राख हो चुकी है. इस सीजन में कुल 391 आग लगने की घटनाएं हुई. जिसमें 480.18 हेक्टेयर जंगल जला है. राज्य में आग लगने की घटनाओं के कारण 3 लोग घायल हो चुके हैं, जबकि दो लोगों की मृत्यु हो चुकी है.
पढ़ें-पाबौ में शरारती तत्वों ने जंगल में सुलगा दी आग, बुझाने में छूटे वनकर्मियों के पसीने
इस मामले पर मुख्य वन संरक्षक बनाग्नि एवं आपदा निशांत वर्मा ने बताया कि राज्य में पिछले कुछ समय में तेजी से आग की घटनाएं बढ़ी हैं और इस दौरान अधिकारियों से आग लगने की घटना के बाद इस पर हुए कार्यों की फीडबैक ली जा रही है. कोशिश की जा रही है की घटनाओं के बाद फौरन इस पर एक्शन लिया जाए और जंगलों में लग रही आग का प्रकोप कम किया जा सके. राज्य में आग की घटनाएं 14 मई के बाद बड़ी है. 15 मई को राज्य में अब तक की सबसे ज्यादा घटनाएं हुई हैं, इसमें 18 घटनाएं 1 दिन में रिकॉर्ड की गई हैं. इसके बाद 16 मई को 15 घटनाएं और 17 मई को 16 घटनाएं रिकॉर्ड की गई है. मौजूदा आंकड़ों से साफ है कि अब राज्य में शुष्क मौसम का असर दिखाई देने लगा है. हालांकि बीते दिन कई जगह पर बारिश भी हुई है. लेकिन इसके बावजूद आग की घटनाएं काफी ज्यादा रिकॉर्ड की गई हैं.