डोईवालाः देहरादून जिले के डोईवाला क्षेत्र के किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ी है. पहले जंगली जानवरों ने फसलों को बर्बाद किया और बारिश की वजह से सैकड़ों बीघा धान की फसल में बीमारी लग गई है. जिसके चलते धान की फसल सूखने की कगार पर है. सूखती धान की फसल देख किसानों के माथे पर बल पड़ गए हैं.
![Paddy Crop in Doiwala](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18-09-2023/19547038_paddy4.png)
डोईवाला और थानों क्षेत्र के किसानों का कहना है कि इस बार कुदरत का कहर देखने को मिला. पहले लगातार बारिश अब तेज धूप पड़ रही है. जिससे उनकी धान की फसल में रोग लग गया है. रोग लगने से उनकी धान की फसल चौपट होने की कगार पर है. डोईवाला ओर थानों छेत्र में सैकड़ों बीघा धान की फसल कुदरत के कहर से चौपट हो रही है.
![Paddy Crop in Doiwala](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18-09-2023/19547038_paddy5.png)
किसानों का कहना है कि कड़ी मेहनत और महंगा बीज खरीद कर उन्होंने धान बोई थी. फसल भी अच्छी हुई थी, लेकिन जब फसल काटने का समय आया तो धान में रोग लग गया. उनका कहना है कि उन्होंने रोग को देखते हुए दवाइयों का छिड़काव भी किया, लेकिन दवा का भी कोई असर फसल पर नहीं हुआ. अब पूरी फसल सूखने के कगार पर आ गई है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में 8.30 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य, इस रेट में खरीदेगी सरकार
किसानों ने बताया कि इस बार तो पशुओं के लिए चारा भी नहीं मिल पाएगा. धान की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है. उनकी लागत तक नहीं निकल पा रही है. धान की फसल खराब होने से उनके सामने परिवार को पालने की समस्या खड़ी हो गई है. वहीं, किसानों सरकार से मुआवजे की मांग की है.
![Paddy Crop in Doiwala](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18-09-2023/19547038_paddy1.png)
धान की फसल में लगी ये बीमारीः वहीं, डोईवाला के कृषि अधिकारी डीएस असवाल ने बताया कि धान की फसल में झुलसा रोग नजर आ रहा है. जो वायरस से फैलता है. इसके साथ ही पत्तों पर लपेटा रोग भी लगा है. अगर समय से फसल में दवाई का छिड़काव किया जाए तो रोग पर रोक लग सकती है. जहां पर धान में बाली आ गई और उस पर रोग लग गया तो रोकथाम करना मुश्किल हो जाता है.