डोईवाला: लॉकडाउन में पहले बे-मौसम बारिश और अब गन्ना के बकाया भुगतान ने अन्नदाता के माथे पर शिकन बड़ा दी है. आज किसानों ने उत्तराखंड राजीव गांधी पंचायत राज संगठन के बैनर तले गन्ने के बकाया भुगतान की मांग की. इसी को लेकर सभी डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी अधिकारी से मिले.
किसानों का कहना है कि लॉकडाउन में वे अपने परिवार के भरण पोषण के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन कुछ दिनों से हो रही बे-मौसम बारिश में किसानों की गेहूं और बागवानी की फसल को चौपट कर दी है. जिसके चलते किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, संगठन के प्रदेश संयोजक मोहित उनियाल ने बताया कि बे-मौसम बारिश ने किसानों की 80% गेहूं की फसल को खराब कर दिया है और किसानों का अब एकमात्र सहारा गन्ने की फसल है, लेकिन समय पर गन्ने का बकाया भुगतान न मिलने से किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है, इसलिए उनका भुगतान शीघ्र किया जाए.
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किसान गौरव मल्होत्रा ने कहा कि आज पूरा देश किसानों के ऊपर ही निर्भर है और किसानों के आगे ही आर्थिक संकट पैदा हो गया है. छोटी खेती वाले किसान बेहद परेशान हो गए हैं और वे सरकार से मांग कर रहे हैं कि किसानों को गन्ने की फसल का शीघ्र भुगतान किया जाए, उन्होंने बताया कि किसानों ने एक ज्ञापन के माध्यम से गन्ने के बकाया भुगतान के लिए शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत को भी अपनी समस्या बतायी है.