देहरादून: उत्तराखंड के युवा हर क्षेत्र में शानदार काम कर रहे हैं. ऐसे ही एक युवा हैं मनीष सैनी. मनीष हमारे देश के साथ ही दक्षिण एशिया में पहली बार जायरोकॉप्टर सेवा लेकर आए हैं. जायरोकॉप्टर हवाई सफारी है. जैसे हवाई जहाज में बहुत अधिक ऊंचाई पर उड़ा जाता है तो जायरोकॉप्टर काफी कम ऊंचाई पर उड़कर प्राकृतिक नजारों का नजदीक से भरपूर आनंद देता है. ईटीवी भारत के उत्तराखंड ब्यूरो चीफ किरनकांत शर्मा ने मनीष सैनी से जायरोकॉप्टर को लेकर ढेर सारे सवाल पूछे. देश की पहली जायरोकॉप्टर सेवा के एमडी मनीष सैनी ने कुछ इस तरह जवाब दिए.
![interview of Manish Saini MD of Gyrocopter](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/23-12-2023/20338638_kakgf.jpg)
प्रश्न- आपके मन में कैसे आया कि इस काम को हरिद्वार या उत्तराखंड में शुरू करना है?
उत्तर- देखिए जैसा आपने कहा कि स्थानीय लोग जब स्थान के लिए कोई काम करते हैं तो खुशी होती है. मैं एयरफोर्स में था. ड्यूटी के दौरान मुझे कुछ हेल्थ की प्रॉब्लम हो गयी थी. इसके बाद मैंने सोचा कि मैं कुछ ऐसा काम करूंगा, जो देश के काम आएगा. अपने राज्य के काम आएगा. अपने शहर के काम आएगा और मेरे मन में यही था कि असली फ्लाइंग का मजा क्या है यह आम आदमी को मुझे दिखाना है और एहसास कराना है. क्योंकि अभी तक जो लोग हवा में सफर करते हैं, वह एक तरह से एयरबस या और टैक्सी के हिसाब से सफर करते हैं. असली हवा में उड़ने का मजा क्या है, वह मुझे लोगों को करवाना था. क्योंकि नीचे नीचे उड़ने, खूबसूरती देखने, पहाड़ों को देखने, नदियों को देखने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है. इसी वजह से मैंने सोचा और अब यह सपना पूरा हो रहा है.
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प्रश्न- हर एक आम इंसान का सपना होता है कि वह हवा में उड़कर शहर और खूबसूरत वादियों का मजा ले. इस सफर में और इस जायरोकॉप्टर में ऐसा क्या है कि आम आदमी भी इससे सफर कर पाएगा. आम आदमी की जेब पर इसका कितना असर पड़ने वाला है, अगर कोई सफर इससे सफर करता है तो?
उत्तर- देखिए मैं आपको बता दूं कि यह तोहफा सबसे पहले हरिद्वार और उत्तराखंड के वासियों के लिए है. पर्यटक जब आएंगे तब आएंगे, फिलहाल मेरे मन में यही था कि यह उत्तराखंड के लोग इसका आनंद ले सकें. उसके बाद हम उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को दिखाएंगे कि उत्तराखंड कितना खूबसूरत है. इसलिए जो हमारा सबसे छोटा पैकेज है, अभी फिलहाल मुझे ऐसा लगता है कि 10 से 15 मिनट की फ्लाइट का 3 से ₹4000 किराया लगेगा. इसमें हम हरिद्वार, ऋषिकेश श्रीनगर तक ले जाएंगे. आने वाले समय में जो बड़ा पैकेज होगा, उसमें टिहरी, गौचर और बदरीनाथ जैसे सफर होंगे.
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प्रश्न- इस जायरोकॉप्टर में क्या खासियत है और ये कहां की यह मशीन है? हमें विस्तार से बताइए.
उत्तर- देखिए जायरोकॉप्टर पूरी तरह से अभी नई मशीन है. यह इंडिया में पहली बार आया है. इसमें दो तरह की कैटेगरी होती हैं. अब तक इसमें एक हेलीकॉप्टर और दूसरा सिक्स सीटर वाला होता था. जायरोकॉप्टर इन दोनों का मिक्स ब्रीड है. इसके पीछे हेलीकॉप्टर की तरह पंखे भी लगे हुए हैं. चॉपर की तरह ऊपर भी इसके पंख लगे हुए हैं और यह पूरी तरह से सेफ है.
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प्रश्न- हम देख रहे हैं कि इसमें सिर्फ एक व्यक्ति बैठ सकता है और एक ही पायलट है. इसमें बैठा व्यक्ति ना वह किसी से बात कर सकता है और ना ही कोई कम्युनिकेशन बन सकता है. कुछ समस्या नहीं होगी?
उत्तर- देखिए इस मशीन में जो भी सफर करेगा, वह एडवेंचर के लिए करेगा. यह ऊपर से पूरी तरह से खुला हुआ है. हमारे पास एक दूसरी जो मशीन है वह ऊपर से बंद हो जाती है. लेकिन असली मजा खुले हुए जायरोकॉप्टर में सफर करने का है. इसके साथ ही पायलट और पैसेंजर दोनों एक दूसरे से कनेक्ट रहते हैं. हेडफोन के माध्यम से आप एक दूसरे से बात कर सकते हैं. अगर कोई ग्रुप एक साथ उड़ान भरना चाहता है, तो उसके लिए भी हम आने वाले समय में चार से पांच जारोकॉप्टर यहां पर मंगवा रहे हैं. आप कल्पना कीजिए कि चार दोस्त अगर एक साथ उत्तराखंड में उड़ना चाहते हैं, तो एक साथ यह जायरोकॉप्टर चलेंगे और सभी एक दूसरे से बात कर सकेंगे. इस तरह का एडवेंचर देश ही नहीं दुनिया में बहुत कम जगह मिलेगा.
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प्रश्न- आपने क्या राज्य में हुए इन्वेस्टर्स समिट में कितने का एमओयू साइन किया है?
उत्तर- हमने इस सेक्टर में लगभग 300 करोड़ रुपए का एमओयू साइन किया है. हम लगातार इस सेक्टर में काम कर रहे हैं. अच्छी बात यह है कि हम स्थानीय लोगों को रोजगार भी दे पा रहे हैं. हम पहाड़ के लोगों को इस काम के लिए ट्रेनिंग दे रहे हैं और अब वह काम अच्छी तरह से कर भी रहे हैं.
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प्रश्न- क्या आप उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के दौरान भी पर्यटकों को घुमाने की प्लानिंग कर रहे हैं?
उत्तर- हां, हमारा आगामी यही प्लान है कि विंटर में और खासकर मानसून के सीजन में उत्तराखंड कितना खूबसूरत नजर आता है, यह हमें लोगों को दिखाना है. आप कल्पना कीजिए कि जब इस मशीन से लोग सफर करेंगे और ग्लेशियर से होते हुए बदरीनाथ, केदारनाथ में बर्फबारी को ऊपर से देखेंगे. इतना ही नहीं ग्लेशियर के ऊपर उड़ते हुए जो पर्यटक चाय नाश्ता करेंगे, उनका आनंद कितना ज्यादा होगा. इस तरह का टूरिज्म आपको आने वाले समय में हम उत्तराखंड में करवाते हुए दिखाई देंगे. आप यकीन करिए आने वाले समय में उत्तराखंड का टूरिज्म बहुत हाई स्केल पर जाने वाला है.
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