देहरादून: रुद्रप्रयाग के एक इंटर कॉलेज में पढ़ाने वाले एलटी के सहायक अध्यापक को श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के डिप्टी रजिस्ट्रार के पद पर नियुक्ति करने के मामले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. अब इस मामले में शिक्षा विभाग ने LT शिक्षक की एनओसी पर लगाने की बात कही है. उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नियमों के विरुद्ध जाकर इंटर कॉलेज में पढ़ाने वाले कला सब्जेक्ट के सहायक एलटी शिक्षक को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव के पद पर नियमों के विरुद्ध जाकर प्रतिनियुक्ति दी गई थी.
जिसे ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इस विषय पर उच्च शिक्षा अनुभाग के अधिकारी और उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत से भी सवाल किया गया. जिस पर उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए मामले में कोई ठोस तर्क नहीं दिया. मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि इस पद पर एक महीने के अंदर स्थायी नियुक्ति कर दी जाएगी. जिसके बाद प्रतिनियुक्ति स्वयं ही निरस्त हो जाएगी.
पढ़ें- LT सहायक शिक्षक पर 'सरकार' मेहरबान, नियमों को ताक पर रख बनाया सहायक कुलसचिव
वहीं, दूसरी तरफ जैसे यह मामला शिक्षा विभाग के संज्ञान में आया तो शिक्षा विभाग द्वारा देवेंद्र सिंह रावत एलटी सहायक शिक्षक की एनओसी पर रोक लगा दी गई है. रुद्रप्रयाग जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी सीएन काला ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा एलटी सहायक शिक्षक देवेंद्र सिंह रावत को विभाग द्वारा एनओसी नहीं दी गई है. जिस वजह से इस शिक्षक को किसी अन्य जगह पर प्रतिनियुक्ति नहीं मिल पाएगी.
पढ़ें- कुंभ में फर्जी कोविड टेस्ट का मामला, आरोपी कंपनी का 3 करोड़ का पेमेंट रोका
वहीं, निदेशक शिक्षा विनय शंकर पांडे ने बताया कि इस व्यक्ति द्वारा पहले भी प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन किया गया था. उस वक्त भी इसके आवेदन को निरस्त कर दिया गया था. इस बार भी प्रतिनियुक्ति के लिए विभाग द्वारा एनओसी जारी नहीं की जाएगी. उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग में शिक्षकों की कमी है. जिसकी वजह से एनओसी जारी नहीं की जाएगी.