देहरादून: शहर में लगातार बढ़ते डेंगू के मामलों के बाद सभी विभाग डेंगू की रोकथाम में लगे हुए हैं. जिलाधिकारी ने नगर निगम क्षेत्र के सर्वाधिक डेंगू प्रभावित 24 वार्डों में डेंगू नियंत्रण अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और मॉनिटरिंग के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों की तैनाती की है. इससे पहले डेंगू की रोकथाम और आम जनता में जागरूकता के लिए वार्डवार अधिकारियों की तैनाती की गई थी.
डेंगू नियंत्रण के लिए जिम्मेदारी तय: डेंगू निंयत्रण महाअभियान के दौरान प्रत्येक आशा कार्यकत्री, आशा फैसिलेटर, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, नगर निगम, सेनेट्री सुपरवाइजर, डेंगू वॉलिंटियर द्वारा अपने निर्धारित क्षेत्रों में प्रतिदिन न्यूनतम 50 घरों में डेंगू निरोधात्मक कार्रवाई की जायेगी. घरों पर जाने के दौरान प्रत्येक कर्मचारी द्वारा अपने आंवटित घरों में ऐसे स्थानों जहां डेंगू के लार्वा पनप सकते हैं, की सफाई की जायेगी.
डेंगू को लेकर रोज हो रही मॉनिटरिंग: स्थानीय लोगों को स्वयं भी इसके लिए जागरूक किया जायेगा. जिन स्थानों से पानी नहीं हटवाया जा सकता, उन स्थानों पर लार्वी साइड का छिड़काव करना होगा. टीम द्वारा स्थानीय लोगों को डेंगू से बचाव के उपाय के लिए जागरूक किया जायेगा. प्रचार-प्रसार संबंधी सामाग्री वितरित की जायेगी. साथ ही जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा दिए गए क्षेत्रों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जायेगी.
घरों में मिला डेंगू का लार्वा तो होगा जुर्माना: जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि डेंगू नियंत्रण और प्रभावी रोकथाम के लिए नगर निगम क्षेत्र के लिए नियुक्त किये गए अधिकारियों से की जा रही कार्रवाई की समीक्षा प्रतिदिन की जा रही है. साथ ही वार्डवार नियुक्त अधिकारियों से डेंगू नियंत्रण कार्रवाई और रोकथाम के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में सघन अभियान चलाने को कहा गया है. जिन संस्थानों और घरों में लार्वा पाया जा रहा है, उन पर जुर्माने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के अंर्तगत स्कूलों में जाकर प्रधानाध्यापकों और प्रबन्धकों के साथ बैठक करने को कहा गया है.
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