देहरादून: केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की ‘दी राइज़ ऑफ दी बीजेपी’ पुस्तक साल 2022 में पब्लिश हुई थी. उस दौरान भूपेंद्र यादव की यह पुस्तक काफी चर्चाओं में रही थी. वहीं शुक्रवार को देहरादून के एक निजी कैफे में वैली ऑफ वर्डस, लिटेरेचर एंड आर्ट्स फेस्टिवल में पुस्तक ‘दी राइज़ ऑफ दी बीजेपी’ पर चर्चा का कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम में भारत की सबसे ज़्यादा प्रभावशाली राजनीतिक पार्टी की यात्रा और इसकी उपलब्धियों पर चर्चा की गई.
भूपेंद्र यादव की पुस्तक पर चर्चा: दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और राजस्थान से सांसद भूपेन्द्र यादव की लिखी गई पुस्तक ‘दी राइज़ ऑफ दी बीजेपी’ में पार्टी की आंतरिक कार्यप्रणाली, निर्णय लेने की प्रक्रिया, रणनीतियों और कार्यान्वयन की जानकारी बताई गई है. गहन शोध से लिखी गई इस किताब में बीजेपी की प्रतिद्वंद्वी विचारधाराओं और राजनीतिक चुनौतियों के खिलाफ संघर्ष पर विस्तार से बताया गया है, जिसने पार्टी को राष्ट्रीय राजनीति के शीर्ष तक पहुंचाने में सहायता की.
कार्यक्रम में शामिल हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि, पुस्तक ‘दी राइज़ ऑफ दी बीजेपी’ के प्रति ऐसा उत्साह देखकर और पार्टी की चर्चा में शामिल होकर उन्हें काफी अच्छा लगा. करीब एक घंटे तक चले इस सत्र का संचालन डॉ. संजीव चोपड़ा जो वैली ऑफ़ वर्ड्स, इंटरनेशनल लिटरेचर एंड आर्ट्स फेस्टिवल के संचालक हैं ने किया. यही नहीं, दून विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ सुरेखा डंगवाल ने समारोह में लीड डीस्क्सेंट की भूमिका निभाई, जिन्होंने भाजपा के विकास पर उनके वक्तव्य को रखा.
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सुरेखा डंगवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस ज्ञानवर्धक पुस्तक को लिखा है, जो भाजपा की यात्रा को बताती है. इस चर्चा ने पार्टी की क्षमता को उजागर किया है कि वह चुनौतियों से पार पाने, बदलावों में अनुकूलता दिखाने और भारतीय राजनीति में एक मजबूत दल के रूप में बेहतर होती जा रही है. साथ ही कहा कि उन्हें भरोसा है कि यह पुस्तक देश की राजनीतिक चर्चा में महत्वपूर्ण योगदान देगी. इस कार्यक्रम के जरिए भाजपा के ऐतिहासिक विकास और भारतीय लोकतंत्र पर उसके प्रभाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारीया लोगों तक पहुंचाई गई.