देहरादूनः कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, उनकी पत्नी अमृता रावत और परिवार के अन्य लोगों में कोरोना संक्रमण के बाद से प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, जिला प्रशासन ने भी अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है और कैबिनेट बैठक में शामिल होने वाले 20 मंत्रियों और अधिकारियों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेज दी है. डीएम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि 29 मई को कैबिनेट बैठक में सतपाल महाराज ने प्रतिभाग किया था. उनकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है. इसी क्रम में भारत सरकार की गाइडलाइन है कि अगर वर्क प्लेस पर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो किस तरीके से आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी.
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भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिला प्रशासन ने शासन से कैबिनेट की बैठक में शामिल होने वाले लोगों की लिस्ट मांगी थी. जिसकी जानकारी अब प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी गई है. अब गाइडलाइन के हिसाब से प्रशासन को उस रिपोर्ट का इंतजार है, जिसमें लो और हाई रिस्क का पता चलेगा. जिसके बाद प्रोटोकॉल के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.
जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जो लोग हाई रिस्क में होंगे, वे सभी संस्थागत क्वारंटाइन होंगे. फिर होम आइसोलेट हो सकते हैं. वहीं, जो लो रिस्क में होंगे, वे अपने वर्क प्लेस में जा सकते हैं और काम कर सकते हैं. लेकिन इनकी 14 दिन तक हेल्थ चेकअप कर निगरानी रखी जायेगी.