देहरादून: लोकसभा चुनाव 2019 में करारी शिकस्त मिलने के बाद कांग्रेस ने 1 महीने तक मीडिया से दूरी बनाए रखने का फैसला किया है. बाकायदा इसके लिए पार्टी हाईकमान से दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि चुनावों के दौरान जनता के सामने विपक्ष के साथ भेदभाव किया गया है और भाजपा का ही गुणगान किया गया, जिसका नुकसान कांग्रेस को उठाना पड़ा है.
हीरा सिंह बिष्ट का कहना है कि टीवी चैनल्स का ट्रैंड एक तरफा होता जा रहा है. टीवी एंकर्स बीजेपी या मोदी के खिलाफ कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं. ज्यादातर टीवी चैनलों ने विपक्ष के रोल को खत्म कर दिया और लोकतंत्र की हत्या कर दी. जबकि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है. अगर यह भी पक्षपात पूर्ण रवैया अपनायेगा तो जनतंत्र से लोगों का विश्वास उठ जाएगा. यही वजह रही कि ज्यादातर मीडिया ने बीजेपी के प्रभाव में आकर 2019 के चुनाव में पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया है.
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उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने आक्रोश में कहा कि बीजेपी कहती है कि बंगाल में जितनी भी हत्याएं हुई सब टीएमसी ने करवाई हैं. इस तरह के आरोप मीडिया के माध्यम से टीएमसी पर लगाए गए थे. उन्होंने कहा कि मीडिया को खुले तौर पर निष्पक्ष होना चाहिए, लेकिन मोदी और अमित शाह की जोड़ी ऐसा नहीं होने दे रही है. इसलिए कांग्रेस ने फैसला लिया है कि टीवी चैनल्स पर जाने से कोई लाभ नहीं है.
बिष्ट ने आरोप लगाते हुए कहा है कि कई बड़े मीडिया घराने बीजेपी से जुड़े हुए हैं और वो उनकी बातों को ही ट्वीस्ट करते हैं, जबकि हकीकत नहीं दिखाना चाहते हैं. सरकार की कमजोरी और जनता से किए गए वादों को उजागर नहीं करना चाहते हैं, इसलिए मीडिया के वन-वे चलने पर यह निर्णय लिया गया है.
बीजेपी का कटाक्ष
कांग्रेस के इस फैसले पर बीजेपी प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस ने अपना सब कुछ बैन कर दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपने नेताओं से मिलना नहीं चाहते, उन्होंने भी अपने आपको साइडलाइन किया हुआ है. अब देश की जनता ने समूची कांग्रेस को बैन कर दिया है. इससे जाहिर होता है कि कांग्रेस का मनोबल पूरी तरह से टूट गया है.
मुन्ना सिंह ने कहा कि कांग्रेस का मनोबल टूटना स्वाभाविक भी है. जिस प्रकार से कांग्रेस ने नेगेटिव पॉलिटिक्स करने का काम किया है. कांग्रेस के तमाम लीडरों ने देश के सम्मान के विरुद्ध जिस प्रकार से बातें कहीं, कांग्रेसी नेताओं ने जिस प्रकार से पीएम पद की मर्यादा को दरकिनार करते हुए घृणित हथकंडे अपनाए. उसको देश की जनता ने बड़े गौर से देखा और 2019 के चुनावों में उन्हें करारी शिकस्त दी है.
गौरतलब है कि कांग्रेस आलाकमान ने अपने तमाम नेताओं को टीवी चैनलों की डिबेट पर शामिल होने के लिए एक महीने की रोक लगाई है, जिसके बाद कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने मीडिया पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने के आरोप लगाए हैं तो वहीं बीजेपी ने भी इस मामले मे कांग्रेस पर कटाक्ष किया है.