ETV Bharat / state

उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी, नदियों और बैराजों के जलस्तर पर नजर रखने के निर्देश - आपदा जैसी परिस्थितियों

उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए मुख्य सचिव एसएस संधू ने अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें अलर्ट रहने के निर्देश दिए. इसके अलावा आपदा के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में भी विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है.

मुख्य सचिव ने बैठक
मुख्य सचिव ने बैठक
author img

By

Published : Jul 18, 2022, 9:14 PM IST

देहरादून: मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अगले पांच दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू ने सोमवार को सचिवालय में गढ़वाल और कुमाऊं कमिश्नर समेत सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की.

बैठक में मुख्य सचिव एसएस संधू ने सभी अधिकारियों को इस चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहने का कहा है. मुख्य सचिव ने भारी बारिश की सम्भावना को देखते हुए प्रत्येक स्तर पर सतर्कता बरते जाने और सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के भी निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव एसएस संधू ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है.
पढ़ें- उत्तराखंड में जरूरत से कम लेकिन बागेश्वर और चमोली में हुई बेतहाशा बारिश, जानें पूरा हाल

मुख्य सचिव ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र एवं सभी जिला आपातकालीन परिचालन केंद्रों में सभी विभागों द्वारा सक्षम स्तर के नोडल अधिकारियों को तैनात किए जाने के निर्देश दिए. ताकि आपदा जैसी परिस्थितियों में नोडल अधिकारी निर्णय लेने एवं निर्देश देने हेतु अधिकृत हों.

मिनिमम रिस्पांस टाइम किया जाए सुनिश्चित: मुख्य सचिव ने पूरे मॉनसून काल में आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर सड़कें टूटने अथवा धंसने की स्थिति में सड़कों पर यातायात सुचारू करने हेतु जेसीबी एवं पोकलैण्ड मशीनें तैनात किए जाने के निर्देश दिए हैं, ताकि आम जनता को आवागमन में कोई परेशानी का सामना ना करना पडे़.

उन्होंने पेयजल व विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून के दौरान विद्युत एवं पेयजल सुचारू रखने हेतु दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे अभी से उपकरण अथवा सामग्री स्टोर करें. ताकि मानसून के दौरान विद्युत एवं पेयजल बाधित होने पर तत्काल सुचारू किया जा सके.
पढ़ें- बीमार महिला को 8 किमी पैदल चलकर डंडी-कंडी से पहुंचाया अस्पताल, उत्तरकाशी की है ये बदहाली

नदियों और बैराजों के जलस्तर पर रखी जाए पैनी नजर: मुख्य सचिव ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के निर्देश दिये कि वे नदियों व बैराजों के जलस्तर पर पैनी नजर रखने के साथ ही बाढ़ चौकियों को सक्रिय करते हुये नदियों का जलस्तर बढ़ने पर चेतावनियां एवं मुनादी आदि जारी करने हेतु व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए. ताकि जानमाल की हानि को रोका जा सके.

उन्होंने सभी राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारियों एवं ग्राम पंचायत अधिकारियों को भी अपने-अपने कार्यस्थलों में बने रहने हेतु निर्देशित किया है. साथ ही सभी चौकियों एवं थानों में भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलेस सहित हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.

खाद्यान्न एवं संचार की समुचित व्यवस्था की जाए सुनिश्चित: मुख्य सचिव ने वर्षाकाल के दौरान अथवा आपदा जैसी परिस्थितियों हेतु चिन्हित खाद्यान्न गोदामों में खाद्यान्न की समुचित मात्रा की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने हेतु निर्देश दिए. उन्होंने आपदा के दृष्टिगत दुर्गम स्थलों में दूरसंचार व्यवस्था सुचारू बनाए रखने हेतु एसडीआरएफ द्वारा उपलब्ध कराए गए सेटैलाइट फोन को भी एक्टिव रखने हेतु निर्देश दिए. साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ, दवाईयों एवं आवश्यकत उपकरणों की समुचित मात्रा सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए.

देहरादून: मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अगले पांच दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू ने सोमवार को सचिवालय में गढ़वाल और कुमाऊं कमिश्नर समेत सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की.

बैठक में मुख्य सचिव एसएस संधू ने सभी अधिकारियों को इस चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहने का कहा है. मुख्य सचिव ने भारी बारिश की सम्भावना को देखते हुए प्रत्येक स्तर पर सतर्कता बरते जाने और सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के भी निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव एसएस संधू ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है.
पढ़ें- उत्तराखंड में जरूरत से कम लेकिन बागेश्वर और चमोली में हुई बेतहाशा बारिश, जानें पूरा हाल

मुख्य सचिव ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र एवं सभी जिला आपातकालीन परिचालन केंद्रों में सभी विभागों द्वारा सक्षम स्तर के नोडल अधिकारियों को तैनात किए जाने के निर्देश दिए. ताकि आपदा जैसी परिस्थितियों में नोडल अधिकारी निर्णय लेने एवं निर्देश देने हेतु अधिकृत हों.

मिनिमम रिस्पांस टाइम किया जाए सुनिश्चित: मुख्य सचिव ने पूरे मॉनसून काल में आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर सड़कें टूटने अथवा धंसने की स्थिति में सड़कों पर यातायात सुचारू करने हेतु जेसीबी एवं पोकलैण्ड मशीनें तैनात किए जाने के निर्देश दिए हैं, ताकि आम जनता को आवागमन में कोई परेशानी का सामना ना करना पडे़.

उन्होंने पेयजल व विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून के दौरान विद्युत एवं पेयजल सुचारू रखने हेतु दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे अभी से उपकरण अथवा सामग्री स्टोर करें. ताकि मानसून के दौरान विद्युत एवं पेयजल बाधित होने पर तत्काल सुचारू किया जा सके.
पढ़ें- बीमार महिला को 8 किमी पैदल चलकर डंडी-कंडी से पहुंचाया अस्पताल, उत्तरकाशी की है ये बदहाली

नदियों और बैराजों के जलस्तर पर रखी जाए पैनी नजर: मुख्य सचिव ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के निर्देश दिये कि वे नदियों व बैराजों के जलस्तर पर पैनी नजर रखने के साथ ही बाढ़ चौकियों को सक्रिय करते हुये नदियों का जलस्तर बढ़ने पर चेतावनियां एवं मुनादी आदि जारी करने हेतु व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए. ताकि जानमाल की हानि को रोका जा सके.

उन्होंने सभी राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारियों एवं ग्राम पंचायत अधिकारियों को भी अपने-अपने कार्यस्थलों में बने रहने हेतु निर्देशित किया है. साथ ही सभी चौकियों एवं थानों में भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलेस सहित हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.

खाद्यान्न एवं संचार की समुचित व्यवस्था की जाए सुनिश्चित: मुख्य सचिव ने वर्षाकाल के दौरान अथवा आपदा जैसी परिस्थितियों हेतु चिन्हित खाद्यान्न गोदामों में खाद्यान्न की समुचित मात्रा की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने हेतु निर्देश दिए. उन्होंने आपदा के दृष्टिगत दुर्गम स्थलों में दूरसंचार व्यवस्था सुचारू बनाए रखने हेतु एसडीआरएफ द्वारा उपलब्ध कराए गए सेटैलाइट फोन को भी एक्टिव रखने हेतु निर्देश दिए. साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ, दवाईयों एवं आवश्यकत उपकरणों की समुचित मात्रा सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.