मसूरी : तिलक मेमोरियल लाइब्रेरी में जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया. इस दौरान कोरोना महामारी के चलते कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की. कार्यकर्ताओं ने उनके बताए गए मार्ग पर चलने का आह्वान किया.
बीजेपी मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल और महामंत्री कुशाल राणा ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा देश की एकता और अखंडता के लिए लगातार काम किया गया. उन्होंने कहा कि उनका जीवन कार्यकर्ताओं के लिए अनुकरणीय है. डॉ. मुखर्जी ने सबसे पहले धारा 370 के खिलाफ आवाज उठाई थी. उन्होंने नेहरू की तुष्टीकरण की नीति का विरोध किया था. साथ ही कश्मीर में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान को लेकर आंदोलन किया था, जिसके परिणाम स्वरूप कश्मीर से परमिट राज खत्म हुआ.
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उन्होंने बताया कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का एक मिशन था कि भारत में एक निशान, एक विधान और एक प्रधान हो. इसे वर्तमान में मोदी सरकार द्वारा साकार किया गया. मोदी सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाकर पूरे देश में एक मिसाल कायम की गई. वहीं, देश की अखंडता के लिए मोदी सरकार द्वारा काम किया जा रहा है, जिसमें तीन तलाक को खत्म किया गया. आज पूरे विश्व में भारत एक बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहा है.