देहरादून: दुबई दौरे से लौटे पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज एक्शन में नजर आ रहे हैं. लौटते ही पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा में हो रही अव्यवस्थाओं और गड़बड़ियों पर क्लास लेनी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में चारधाम यात्रा के लिए बनाए गए टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम (Tourist safety management system glitch) में पंजीकरण के बाद सत्यापन न होने के मामले में सतपाल महाराज ने कार्रवाई की बात कही है.
टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम में पंजीकरण के बाद सत्यापन न होने का मामला ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था. इसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. अब इस मामले में पर्यटन मंत्री ने संज्ञान लिया है. दरअसल, उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा के लिए पहली बार टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम का प्रयोग कर रही है. इसमें तीर्थ यात्रियों का पंजीकरण और सत्यापन कराया जा रहा है. लेकिन लंबी तैयारी के बावजूद टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम चारधाम तीर्थयात्रियों का सत्यापन करने में गच्चा दे जा रहा है.
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मामले पर सख्त हुए महाराज: पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने उनके पीछे हुई लापरवाही और अनियमितताओं को लेकर सख्त कदम उठाया है. उन्होंने चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन और सत्यापन करने वाले निजी वेंडर पर कार्रवाई की बात कही है. बता दें टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम में पंजीकरण और सत्यापन में आ रही समस्या के कारण पर्यटकों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
क्या है मामला: चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पर्यटन विभाग द्वारा बनाए गए पंजीकरण और सत्यापन सिस्टम को लेकर पिछले एक साल से तैयारी की जा रही थी. चारधाम यात्रा के लिए सभी यात्रियों के पंजीकरण और सत्यापन के लिए पर्यटन विभाग ने टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम बनाया. जिसका जिम्मा एथिक्स ग्रुप ऑफ कंपनी को दिया गया. इसमें चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन और उसके बाद कई अलग-अलग जगहों पर वेरिफिकेशन होना था. इस सिस्टम के तहत यात्रा से पहले से ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी. अब तक 11 लाख पंजीकरण चार धाम यात्रा के लिए हो चुके हैं, लेकिन सत्यापन यानी वेरिफिकेशन की अगर बात की जाए तो उसमें कुछ खास परिणाम इसमें सामने नहीं आये. जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
लोगों की परेशानी और चारधाम यात्रा में हुए इस मिस मैनेजमेंट को लेकर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. अब इस मामले पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कार्रवाई की बात कही है. पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा के दृष्टिगत टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम (टीएसएमएस) लागू किया है. उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) में बाकायदा इसका कंट्रोल रूम स्थापित किया है. इसका जिम्मा एक कंपनी को सौंपा गया है. ये सभी कंट्रोल रूम से जुड़े हैं, मगर यात्रा शुरू होने के बाद से ही इसमें पंजीकरण और सत्यापन में की समस्या आ रही है.
क्या है टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट: टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट के तहत पहली बार उत्तराखंड टूरिज्म डिपार्टमेंट चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी लोगों का पंजीकरण अनिवार्य रूप से करवा रहा है. वहीं चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी यात्रियों के पंजीकरण के साथ-साथ यात्रियों के सत्यापन का भी प्रावधान रखा गया है. ताकि चारधाम आने वाले हर एक व्यक्ति का डाटा सरकार के पास मौजूद हो. उत्तराखंड के इतिहास में अब तक की यह पहली ऐसी पहल है जिसमें यात्रियों का पूरी तरह से ब्यौरा रखा जा रहा है. इसे तकनीकी के माध्यम से यात्रा में व्यवस्था बनाने और अपरिहार्य परिस्थितियों की संभावनाओं को देखते हुए यह सिस्टम बेहद सुविधाजनक और बेहतरीन बताया गया है. इसको लेकर यात्रा शुरू होने से पहले कई बार सरकार और विभाग द्वारा भी अलग-अलग मौकों पर जानकारी दी गई है.