देहरादून/काशीपुरः उत्तराखंड में बिजली की यूनिट महंगा होने और मीटर की अनियमितताओं को लेकर आम आदमी पार्टी मुखर है. इसी कड़ी में प्रदेश के कई हिस्सों में आप कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर बिजली के बिल जलाए. साथ ही सरकार से दिल्ली की तर्ज पर बिजली की बिल माफ करने की मांग की.
आप प्रदेश प्रवक्ता उमेश सिसोदिया ने कहा कि ऊर्जा प्रदेश उत्तराखंड में बिजली के भारी भरकम बिलों ने आम जनमानस की कमर तोड़ दी है. कोरोना काल में जब सबके काम धंधे चौपट हैं, ऐसे में सरकार को जनता के हितों को देखते हुए बिजली बिल माफ करने चाहिए और नि:शुल्क बिजली उपलब्ध करानी चाहिए. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि यूपीसीएल अनचाहा बिल भेजकर आम जनता को परेशान कर रहा है.
आप उपाध्यक्ष विशाल चौधरी का कहना है कि बीजेपी सरकार बिजली के दाम बेतहाशा बढ़ा रही है. ऊर्जा प्रदेश कहे जाने वाले उत्तराखंड में बीजेपी सरकार ने बिजली के दामों में वृद्धि कर आम आदमी की कमर तोड़ दी है. उन्होंने सरकार से दिल्ली की तर्ज पर प्रदेश वासियों को बिजली उपलब्ध कराने की मांग की है.
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आम आदमी पार्टी का कहना है कि उत्तराखंड में यदि आप की सरकार आती है तो दिल्ली की तर्ज पर प्रदेशवासियों को बिजली बिल में राहत दी जाएगी. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दावा किया है कि दिल्ली में 74% लोगों को बिजली बिल 0 आता है. उसी प्रकार उत्तराखंड में भी जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू किया जाएगा.
काशीपुर में भी आम आदमी पार्टी के युवा विंग के नगर अध्यक्ष आकाश मोहन दीक्षित के नेतृत्व में आप कार्यकर्ताओं ने विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल वर्मा के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और बिजली बिलों की प्रति जलाई. आकाश मोहन दीक्षित ने कहा कि सरकार बिजली तो उपलब्ध नहीं करा पा रही है, ऊपर से भारी-भरकम बिल भेज रही है. जो विद्युत उपभोक्ताओं के साथ अन्याय है.