चंपावत: गर्मी की तपिश बढ़ने के साथ ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. ताजा मामला जिले के भिंगराड़ा रेंज से सामने आया है. जहां रेंज 4 और 7 कंपार्ट में चीड़ के जंगलों में भयंकर आग लगी हुई है. जिसके चलते वन संपदा और वन्यजीवों को काफी नुकसान हो रहा है. वहीं, आग को बुझाने के लिए वन विभाग लगातार कोशिशें कर रहा है.
गर्मियों में पहाड़ के जंगलों में आग लगने की घटनाओं का ग्राफ भी बढ़ने लगा है. आये दिन कहीं न कहीं से जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं. चंपावत जिले के भिंगराड़ा रेंज में चीड़ के जंगल पिछले कई दिनों से जल रहे हैं. इसके साथ ही कालाकोट, लोहाघाट और छिलका छीना वन क्षेत्र में आग लगी हुई है. वन कर्मियों द्वारा आग बुझाने का प्रयास जारी है . परंतु संसाधनों की कमी के कारण आग बुझाने के सारे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं.
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बता दें कि चंपावत जिले में वन विभाग पहले से ही कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. जिले के डीएफओ को अल्मोड़ा का अतिरिक्त चार्ज भी दिया गया है. जिसके कारण चंपावत में होने वाली आग की घटनाओं पर वन विभाग पूरी तरह से ध्यान नहीं दे पा रहा है.
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि जंगलों में लगी आग से पूरे इलाके में धुएं का गुबार फैल गया है. जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि यूं तो वन विभाग जंगलों को आग से बचाने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं होने का दावा करता है. लेकिन लगातार जंगलों में आग लगने की घटनाएं वन विभाग के दावे को झूठा साबित कर रहे हैं.