थराली: चमोली जनपद में एक बार फिर सरकारी सिस्टम की लापरवाही उजागर हुई है. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी थराली-देवाल मोटर मार्ग की हालत बद से बदतर बनी हुई है. सड़क में जगह-जगह गड्ढे हैं, जिनमें पानी भरा हुआ है. लोगों को निकलने में परेशानी हो रही है. राहगीर हादसे के शिकार हो रहे हैं. ये सड़क मार्ग थराली से देवाल होते हुए वाण तक पहुंचता है. ऐतिहासिक नंदा देवी की डोली यात्रा भी इसी सड़क मार्ग से अपने विभिन्न पड़ावों को होते हुए वेदनी के लिए निकलती है, लेकिन सरकारी सिस्टम की सुस्ती के कारण सड़क की बदहाल स्थिति को दुरुस्त नहीं किया जा रहा है.
थराली सहित देवाल विकासखंड के स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि लगातार इस मार्ग को बनाने की मांग कर रहे हैं. व्यापार संघ के अध्यक्ष संदीप रावत का कहना है कि सड़क की हालत जर्जर बनी हुई है. उन्होंने कहा कि अधिकारी रोजाना यहां से निकलते हैं, लेकिन इस मामले का संज्ञान नहीं ले रहे हैं. अधिकारियों को कई बार इस संबंध में अवगत करा दिया गया है, उनके कान में जूं तक नहीं रेंगती.
थराली कांग्रेस नगर अध्यक्ष अब्बल सिंह गुसाईं का कहना है कि देवाल मोटर मार्ग की हालत बहुत दयनीय है. समझ नहीं आता कि यहां सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क. उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बैंक का इतना पैसा खर्च हुआ लेकिन सड़क की हालत आज भी जस की तस है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सहमंत्री प्रदीप जोशी का भी कहना है कि तहसील और मुख्यालय को जोड़ने वाले मार्ग की हालत लंबे समय से खराब है. बारिश के समय यहां से स्कूली बच्चों को निकलने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार सड़क को ठीक करने का काम किया गया है, लेकिन काम में गुणवत्ता न होने के कारण हर साल सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो जाते हैं. सरकार को क्षेत्र के मार्गों की चिंता करने की आवश्यकता है.
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इस संबंध में थराली लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मूलचंद गुप्ता का कहना है कि सड़क की शुरुआत में पांच किलोमीटर तक डामरीकरण का काम शुरू किया गया था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण काम अधर में लटका है, क्योंकि कोरोना संक्रमण के डर से न ठेकेदार आ रहे हैं और न ही मजदूर. उन्होंने कहा कि सितंबर माह तक सड़क काम शुरू करा दिया जाएगा.