चमोली: प्रदेश में चारधाम औपर अलग-अलग मंदिरों के प्रबंधन के लिए बनाये गये देवस्थानम बोर्ड पर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आज महापंचायत तीर्थ पुरोहित और हक-हकूकधारियों के अध्यक्ष उमाकांत कोटियाल ने देवस्थानम बोर्ड का विरोध करते हुए बदरीनाथ धाम के गांधी घाट पर सिर मुंडवाया. उन्होंने देवस्थानम बोर्ड की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यात्राकाल में चारों धामों में व्यवस्थाएं ठीक नहीं हैं, जिससे यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
उमाकांत कोटियाल ने कहा देवस्थानम बोर्ड ने चारों धामों के कपाट तो खोल दिये गए हैं लेकिन यहां कोई भी व्यवस्था सुचारू नहीं की गई है. जिससे तीर्थ यात्रियों, श्रद्धालुओं को बड़ी परेशानियां हो रही हैं. उन्होंने कहा सड़कों की हालत भी बदहाल है, जिससे कई श्रद्धालु आधे रास्ते से ही वापस लौट रहे हैं.
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उन्होंने कहा धाम में न दुकानें खुली हैं और न ही यहां के होटल. इतना ही नहीं बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के 4 महीने बाद भी अभी तक यहां बैंक नहीं खुल पाए हैं.
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उमाकांत कोटियाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं किया गया तो हक-हकूकधारी सामूहिक मुंडन कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करंगे. वहीं, बदरीनाथ नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष बलदेव मेहता ने कहा कि कुछ दिन पहले बदरीनाथ विधायक और देवस्थानम बोर्ड में सदस्य महेंद्र भट्ट ने मंदिर से जुड़े पुजारियों एवं ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर बैठक की गई थी. जिसमें स्थानीय व्यापारियों ने इन समस्याओं को रखा था.बावजूद इसके अभी तक इस मामले में कुछ नहीं हुआ है.