बागेश्वरः सुंदरढूंगा ग्लेशियर में लापता पर्यटकों और स्थानीय गाइड की खोजबीन जारी है. एसडीआरफ की टीम ने आज देवीकुंड में नाकुंड और भनार के पास खोजबीन की. टीम को यहां 2.5 से 3 किमी की परिधि में 5 शव दिखाई दिए हैं. ज्यादातर शव बर्फ में दबे हुए हैं. टीम ने घटना स्थल पर रेस्क्यू कार्य करने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए. इस रेस्क्यू अभियान के दौरान एसडीआरफ के दो जवान भी घायल हुए. रेस्क्यू अभियान कल फिर से चलाया जाएगा. वहीं, चॉपर से आज भी अभियान नहीं चलाया जा सका.
जिलाधिकारी विनीत कुमार के नेतृत्व और निर्देशन में सुंदरढूंगा ग्लेशियर क्षेत्र में हताहत व लापता हुए पर्यटकों एवं स्थानीय नागारिक के खोजबीन का कार्य आज भी जारी रहा. खुद डीएम विनीत कुमार और पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव कपकोट केदारेश्वर मैदान में मौजूद रहे हैं. जहां से खोजबीन व रेस्क्यू कार्य के संबंध में जानकारी लेते रहे. सुंदरढूंगा ग्लेशियर में लापता लोगों की खोजबीन और बचाव कार्य के लिए 13 सदस्यीय टीम कठलिया से पैदल रवाना हुई है. इस टीम में एसडीआरएफ और स्थानीय नागरिक/ गाइड भी शामिल हैं.
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इस टीम ने बताया है कि देवीकुंड में नाकुंड और भनार के पास 2.5 से 3 किमी की परिधि में बर्फ में दबे हुए 5 व्यक्तियों के शव दिखाई दिए हैं. भारी बर्फबारी और खराब मौसम के चलते शवों को वहां से नहीं निकाला जा सका. इसके अलावा लापता एक स्थानीय गाइड की खोजबीन भी जारी है. टीम ने बताया कि आज चलाए गए रेस्क्यू अभियान में एसडीआरएफ के 2 जवान भी चोटिल हो गए हैं. मंगलवार को फिर से रेस्क्यू अभियान चलाया जाएगा.
गौर हो कि उत्तराखंड में सितंबर, अक्टूबर और नवंबर महीने में बड़ी तादाद में पर्यटक पहाड़ों का रुख करते हैं. बागेश्वर जिले में तीन स्थानों- सुंदरढूंगा ग्लेशियर, कफनी और पिंडारी ग्लेशियर में पर्यटक ट्रैकिंग के लिए जाते हैं, जो 15 सितंबर से 15 नवंबर तक कराई जाती है. बताया जा रहा है कि ये पर्यटक भी घाटी में ट्रैकिंग के लिए गए थे, जहां ये लोग फंस गए. अभीतक एसडीआरएफ की टीम ने 60 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है.