बागेश्वर: राजकीय जूनियर हाईस्कूल रैखोली में बुधवार से छात्राओं के बदहवास (बेहोश) होने का मामला सामने आने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि स्कूल के मैदान से लेकर कक्षाओं में छात्राएं अलग-अलग समय में चिल्लाने लगीं, जिससे अभिभावक ओर शिक्षकों के हाथ-पांव फूल गए. आनन-फानन में देव डांगरों को स्कूल में बुलाया गया. शिक्षकों ने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी.
रैखोली निवासी बलवीर सिंह ने बताया कि राजूहा रैखोली में दो दिन से छात्राएं अजीब-ओ-गरीब हरकतें कर रही थीं. अलग-अलग स्थान पर बैठकर चीख रही थीं. अपने बालों को खोलकर कांप रही थीं. इससे शिक्षक से लेकर अभिभावक तक परेशान हैं. उन्होंने बताया कि बुधवार को जैसे ही कक्षाएं शुरू हुईं, एक-एक करके करीब 15 लड़कियां चीखने और चिल्लाने लगीं.
ग्रामीणों को इस बात का पता चला तो वह स्कूल में ही देव डांगरों को लेकर पहुंच गए. कुछ देर बाद लड़कियां शांत हो गईं और उन्हें अभिभावकों को बुलाकर घर भेज दिया. इसकी जानकारी सीईओ को दे दी है.
इधर, सीईओ गजेंद्र सोन ने बताया कि ग्रामीणों से सूचना मिली है कि राजूहा रैखोली में कई छात्राएं बेहोश हो रही हैं. इस मामले में सीएमओ से बात हो गई है. गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूल पहुंची. टीम ने स्कूली बच्चों की जांच की और इसे मास हिस्टीरिया माना था.
मास हिस्टीरिया की शिकायत के बाद राजूहा रैखोली में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह नजर बनाए हुए है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बोहाला के सीएचओ आज भी स्कूल पहुंचे. उन्होंने छात्राओं को विटामिन समेत आयरन व कैल्सियम की गोलियां दीं. तीन दिन से बीमार चल रही छात्राओं की घर जाकर काउंसलिंग की. इन छात्राओं को रविवार तक के लिए अवकाश दिया गया है.
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मामले का संज्ञान डीएम रीना जोशी ने लिया है. गुरुवार को एसडीएम, शिक्षा विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी स्कूल पहुंचे. उन्होंने बच्चों के अलावा उनके अभिभावकों से बात की. बीमार 6 छात्राओं को रविवार तक के लिए छुट्टी दे दी. तीन दिन तक मेडिकल की टीम स्कूल में रहेंगी.
आज पीएचएस बोहाला के सीएचओ ओम प्रकाश शर्मा दवा लेकर स्कूल पहुंचे. उन्होंने स्कूल में पहुंची अन्य छात्राओं को दवा दी और काउंसलिंग की. इसके बाद घर में रह रही बीमार छात्राओं को देखा और दवा दी. उन्होंने बताया कि चौथे दिन किसी भी छात्रा ने कोई हरकत नहीं की.
डिप्टी सीएमओ डॉ. हरीश पोखरिया ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम तीन दिन तक स्कूल में रहेंगी. ग्रामीणों ने स्कूल में पूजा आदि करने का भी कार्यक्रम तय किया है. जल्द वह वहां पूजा कराएंगे. उन्हें पूरे मामले में प्रेत बाधा लग रही है.
क्या है मास हिस्टीरिया: मास हिस्टीरिया एक ऐसी समस्या है, जब किसी ग्रुप के लोग एक साथ अचानक असामान्य व्यवहार करने लगते हैं. उसमें एक जैसे स्वास्थ्य लक्षण, विचार और भावनाएं दिखाई देती हैं. एक्सपर्ट मानते हैं कि मास हिस्टीरिया एक प्रकार का कन्वर्जन डिसऑर्डर या मानसिक स्थिति है.