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बदहाल सड़क पर गर्भवती को लेने जा रही एंबुलेंस हुई खराब, 90 मिनट तक प्रसव पीड़ा में तड़पती रही महिला

बागेश्वर में गर्भवती को लेने जा रही एंबुलेंस बीच में ही खराब हो गई. इस दौरान गर्भवती करीब डेढ़ घंटे तक दर्द से कराहती रही. एंबुलेंस के खराब होने के पीछे इलाके की खराब सड़कें बताई जा रही है.

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बागेश्वर
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Published : Sep 19, 2021, 6:15 PM IST

बागेश्वरः जिले की जौलकांडे रोड पर प्रसव से पीड़ित गर्भवती को लेने जा रही एंबुलेंस सड़कों के गड्ढे के कारण बीच रास्ते में ही खराब हो गई. उधर गर्भवती प्रसव के कारण कराहती रही. करीब डेढ़ घंटे के बाद गर्भवती को निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया गया. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक जच्चा-बच्चा दोनों ठीक है.

मामला रविवार सुबह का है. जौलकांडे निवासी पूनम देवी को प्रसव पीड़ा हुई. परिजनों ने गर्भवती को अस्पताल ले जाने के लिए 108 सेवा को फोन किया. एंबुलेंस जौलकांडे गांव तक पहुंची, लेकिन महिला के घर से पहले ही एंबुलेंस का हब टूट गया जिससे पहिया जाम हो गया.

जानकारी के मुताबिक सड़कों के गड्ढों के कारण एंबुलेंस के हब के नट-बोल्ट ढीले होकर गिर गए, जिसके शॉकर पर दवाब पड़ा और हब टूट गया. हालांकि गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.

ये भी पढ़ेंः पानी को तरस रहे चौरास क्षेत्र के ढाई हजार परिवार, ग्रामीणों ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी

दूसरी तरफ एंबुलेंस का इंतजार कर रही गर्भवती की परेशानी बढ़ती जा रही थी, जिसके बाद परिजनों ने निजी वाहन से उसे जिला अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक जच्चा-बच्चा दोनों ठीक हैं.

वहीं, ग्राम प्रधान प्रिया उप्रेती का कहना है कि गांव की बदहाल सड़क के कारण गर्भवती की जान भी जा सकती थी. ग्रामीण लंबे समय से सड़क डामरीकरण की मांग कर रहे हैं. लेकिन, प्रशासन सुन नहीं रहा है.

बागेश्वरः जिले की जौलकांडे रोड पर प्रसव से पीड़ित गर्भवती को लेने जा रही एंबुलेंस सड़कों के गड्ढे के कारण बीच रास्ते में ही खराब हो गई. उधर गर्भवती प्रसव के कारण कराहती रही. करीब डेढ़ घंटे के बाद गर्भवती को निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया गया. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक जच्चा-बच्चा दोनों ठीक है.

मामला रविवार सुबह का है. जौलकांडे निवासी पूनम देवी को प्रसव पीड़ा हुई. परिजनों ने गर्भवती को अस्पताल ले जाने के लिए 108 सेवा को फोन किया. एंबुलेंस जौलकांडे गांव तक पहुंची, लेकिन महिला के घर से पहले ही एंबुलेंस का हब टूट गया जिससे पहिया जाम हो गया.

जानकारी के मुताबिक सड़कों के गड्ढों के कारण एंबुलेंस के हब के नट-बोल्ट ढीले होकर गिर गए, जिसके शॉकर पर दवाब पड़ा और हब टूट गया. हालांकि गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.

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दूसरी तरफ एंबुलेंस का इंतजार कर रही गर्भवती की परेशानी बढ़ती जा रही थी, जिसके बाद परिजनों ने निजी वाहन से उसे जिला अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक जच्चा-बच्चा दोनों ठीक हैं.

वहीं, ग्राम प्रधान प्रिया उप्रेती का कहना है कि गांव की बदहाल सड़क के कारण गर्भवती की जान भी जा सकती थी. ग्रामीण लंबे समय से सड़क डामरीकरण की मांग कर रहे हैं. लेकिन, प्रशासन सुन नहीं रहा है.

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