अल्मोड़ाः विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में सीबीआई की ओर से सख्त रुख अपनाने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत का बयान सामने आया है. हरीश रावत का कहना है कि मोदी सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष के नेताओं को काबू में करने की कोशिश कर रही है. साथ ही हरदा ने इसे नया मॉडल बताया है.
अल्मोड़ा के सर्किट हाउस में मीडिया से मुखातिब होते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. हरदा ने कहा कि मोदी सरकार के पास इस समय तीन अस्त्र हैं. पहला अस्त्र वोटिंग मशीन, दूसरा अस्त्र पाकिस्तान मैजिक और तीसरा अस्त्र जांच एजेंसियों का है. साथ ही कहा कि कोई भी विपक्ष का नेता मोदी सरकार के काबू में नहीं आता है तो उनके खिलाफ सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स आदि जांच एजेंसियों को लगाया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी आपदाः प्रशासन का ये सच आया सामने, ग्रामीण बोले- सुन ली होती गुहार तो बच जाती जिंदगियां
ऐसे में मोदी सरकार सीधे जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को काबू में करने की कोशिश में जुटी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तो अंग्रेजों को झेला है, ये तो नए मॉडल के चुने हुए अंग्रेज हैं. इन्हें भी झेलेंगे. वहीं, उत्तरकाशी जिले में आई आपदा के बाद राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस तत्परता के साथ आपदा प्रभावितों को आर्थिक मदद और रेस्क्यू किया जाना चाहिए था, वो सरकार नहीं कर पाई है. कांग्रेस ने 2013 की केदारनाथ आपदा के दौरान तेजी से मदद देकर हालात सामान्य किए थे.