अल्मोड़ाः जिला मुख्यालय से सटे फलसीमा के लोगों ने गांव की जमीन को भू-माफियाओं से सुरक्षित करने की मांग जिलाधिकारी से की है. उनका कहना है कि बेरोजगार ग्रामीणों को धन बल का भय दिखाकर उनकी कृषि भूमि पर कब्जा करने की साजिश की जा रही है. जिससे ग्रामीणों का भविष्य खतरे में है. इस संबंध में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर एडीएम को ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की मांग की.
ग्रामीणों का कहना है कि पश्चिमी दिल्ली का रहने वाला एक बाहरी व्यक्ति गरीब लोगों को लोभ और भय दिखाकर उनकी जमीन को खरीदने की साजिश कर रहा है. उपजाऊ भूमि को बंजर भूमि और सड़क से दूर दिखाया जा रहा है. वहीं, सर्किल रेट भी काफी कम दिखाकर जहां सरकार को स्टांप से होने वाली आय का नुकसान कराया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर सस्ते दामों में जमीन खरीदी जा रही है. उन्होंने भू माफियाओं के साथ राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका समेत स्थानीय नेताओं को भी संदिग्ध बताया है.
वहीं, ज्ञापन में कहा गया है कि गांव के कुछ गरीब और बेरोजगार लोगों को लालच देकर उनकी जमीन को जबरन खरीदा गया है. जबकि, गांव की जमीन का कलमी और पारिवारिक बंटवारा नहीं हुआ है. भू-माफिया गांव के चारों ओर की जमीन को टुकड़ों में खरीद रहे हैं. ताकि भविष्य में जो किसान अपनी जमीन नहीं बेचना चाहता है, उसे चारों ओर से घेर कर भूमि बेचने पर मजबूर किया जा सके. ग्रामीणों ने कहा कि ऐसी स्थिति में वो पलायन करने को मजबूर हो सकते हैं.
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गांव से पलायन न हो, ऐसे में गांव की भूमि के क्रय और विक्रय पर रोक लगाई जाए. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में बिगड़ रही स्थिति के कारण यदि किसी भी शिकायतकर्ता को जान माल का नुकसान होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी भू माफिया की होगी. वहीं, ग्राम प्रधान जसवंत सिंह ने कहा कि कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीण धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.
मामले में जांच कर दोषियों पर होगी कार्रवाईः फलसीमा गांव के ग्रामीणों की समस्या की जानकारी लेकर एडीएम चंद्र सिंह मर्तोलिया ने जांच का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अमल में लाई जाएगी.