देहरादून/सोमेश्वरः उत्तराखंड में लगातार मौसम करवट बदल रहा है. हर दूसरे दिन के बाद प्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो का रहा है. इस बार भी उत्तराखंड में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश के साथ जमकर ओले गिरे. सोमेश्वर के मनसा घाटी के कई गांवों में भारी ओलावृष्टि हुई. जिससे दर्जनों पॉलीहाउस क्षतिग्रस्त हो गए. साथ ही खेतों में खड़ी फसलों के साथ फलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. फसल तबाह होने के बाद किसानों ने शासन प्रशासन से मुआवजा मांगा है.
बदला मौसम चक्र: दरअसल, मई महीने के भीषण गर्मी का सिलसिला शुरू हो जाता था लेकिन इस साल मौसम का चक्र बदला बदला दिखाई दे रहा है. उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार मंगलवार और बुधवार को प्रदेश भर में भारी बारिश के साल ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है. इसके साथ ही 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान का असर उत्तराखंड के मैदानी जिलों समेत पर्वतीय जिलों पर देखा जा रहा है.
भारी बारिश का सिलसिला जारी: मंगलवार की दोपहर प्रदेशभर में भारी बारिश के साथ ही ओलावृष्टि का सिलसिला लगातार जारी रहा. लगातार बदलते मौसम को देखते हुए मौसम विभाग में खासकर चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को तमाम सावधानियां बरतने की अपील की हैं. दरअसल, लगातार भारी बारिश के चलते तापमान में काफी कमी देखी जा रही है. ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने के साथ ही गर्म कपड़े पहनने को कहा है.
सोमेश्वर के मनसा घाटी में ओलावृष्टि से फसलें तबाहः सोमेश्वर के मनसा घाटी के रौलकुड़ी आगर, बछुराड़ी, अझौड़ा, नाकोट समेत अन्य गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई. जिससे फलों के साथ किसानों की टमाटर, मटर, आलू, गोभी आदि की फसल चौपट हो गई है. इसके अलावा फलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. बछुराड़ी के ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत का कहना है कि उनके गांव में कृषि विज्ञान केंद्र मटेला ने बीज और पौधे दिये थे. कई पॉलीहाउस लगाए थे, जिन्हें ओलावृष्टि ने धवस्त कर दिया है.
उन्होंने बताया कि 152 परिवार वाले बछुराड़ी गांव को कृषि विज्ञान केंद्र मटेला ने गोद लिया हुआ है, लेकिन किसानों की कड़ी मेहनत से उगाई गई फसलें ओलावृष्टि से तबाह हो गई. आज सुबह जब नींद खुली तो खेत सफेद नजर आए. ग्राम प्रधान सुरेंद्र रावत, बहादुर सिंह, गोपाल सिंह, वन सरपंच गोविंद सिंह, पूर्व प्रधान भूपेंद्र रावत, रमेश सिंह, बलवंत सिंह आदि ने शासन प्रशासन से क्षेत्र का मौका मुआयना कर उचित मुआवजा देने की मांग की है.
देहरादून में ओले गिरेः देहरादून समेत अन्य जगहों पर ओलावृष्टि हुई. साथ ही तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई. जिससे सड़कों पर पानी बहता मिला. बारिश और ओलावृष्टि से तापमान में भारी गिरावट आई और लोगों को गर्मी से राहत मिली. मई महीने में भी लोगों को सर्दियों का एहसास हुआ. गौर हो कि मौसम विभाग ने आगामी 2 जून तक बारिश और बिजली गिरने की अनुमान जताया है. जिसे लेकर येलो और ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है.
वहीं, उत्तराखंड राज्य में बदलते मौसम के करवट को लेकर वैज्ञानिक भी चिंचित है, क्योंकि जिस मौसम में गर्मी होनी चाहिए उस मौसम में भारी बारिश देखा जा रहा है. हालांकि, इस बारिश के चलते जहां जंगलों में आग लगने की घटना पर लगभग लगाम लग गई है तो वहीं, चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की दिक्कतें काफी अधिक बढ़ गई हैं. यही नहीं, इस बारिश के चलते हिमस्खलन की संभावनाओं को भी बल मिल रहा है.