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अल्मोड़ा: किसान मेले में खेती की उन्नत तकनीकों को काश्तकारों से किया साझा

पहाड़ी जिलों में खेती के प्रति काश्तकारों की घटती रुचि को लेकर हवालबाग क्षेत्र में विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और कृषि विभाग ने किसान मेले का आयोजन किया. जिसमें राज्य सरकार द्वारा किसानों को कृषि के प्रति जागरूक करने, पर्वतीय कृषि और विपणन की तमाम योजनाओं की जानकारी दी गई.

किसान मेले में किसानों को दी गई उन्नत तकनीकि की जानकारी
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Published : Nov 15, 2019, 6:43 PM IST

Updated : Nov 15, 2019, 6:52 PM IST

अल्मोड़ा: पहाड़ी जिलों में खेती के प्रति काश्तकारों की रुचि घट रही है. जिसको लेकर हवालबाग क्षेत्र में विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और कृषि विभाग ने किसान मेले का आयोजन किया. जिसमें राज्य सरकार द्वारा किसानों को कृषि के प्रति जागरूक करने और पर्वतीय कृषि एवं विपणन की तमाम योजनाओं की जानकारी दी गई. साथ ही किसान मेले में उन्नत कृषि यंत्रों और खेती की नई तकनीकों से संबंधित कई तरह के स्टॉल भी लगाये गये.

वहीं, इस किसान मेले में अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के काश्तकारों ने हिस्सा लिया. साथ ही वीपीकेएस के अधिकारियों और कर्मचारियों ने किसान मेले में विभागों के लगे स्टॉलों के माध्यम से काश्तकारों को उन्नत खेती और आधुनिक कृषि यंत्रों और विपणन के साथ पशुपालन सम्बन्धी जानकारी दी. इसके साथ ही मेले में किसान गोष्ठी का भी आयोजन किया गया.

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वहीं, इस मौके पर विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक ने बताया कि किसानों की फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए संस्थान समय-समय पर शोध कार्य कर रहा है और उसकी जानकारी काश्तकारों तक पहुंचाने के लिए किसान मेलों का भी आयोजन कर रहा है.

अल्मोड़ा: पहाड़ी जिलों में खेती के प्रति काश्तकारों की रुचि घट रही है. जिसको लेकर हवालबाग क्षेत्र में विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और कृषि विभाग ने किसान मेले का आयोजन किया. जिसमें राज्य सरकार द्वारा किसानों को कृषि के प्रति जागरूक करने और पर्वतीय कृषि एवं विपणन की तमाम योजनाओं की जानकारी दी गई. साथ ही किसान मेले में उन्नत कृषि यंत्रों और खेती की नई तकनीकों से संबंधित कई तरह के स्टॉल भी लगाये गये.

वहीं, इस किसान मेले में अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के काश्तकारों ने हिस्सा लिया. साथ ही वीपीकेएस के अधिकारियों और कर्मचारियों ने किसान मेले में विभागों के लगे स्टॉलों के माध्यम से काश्तकारों को उन्नत खेती और आधुनिक कृषि यंत्रों और विपणन के साथ पशुपालन सम्बन्धी जानकारी दी. इसके साथ ही मेले में किसान गोष्ठी का भी आयोजन किया गया.

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वहीं, इस मौके पर विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक ने बताया कि किसानों की फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए संस्थान समय-समय पर शोध कार्य कर रहा है और उसकी जानकारी काश्तकारों तक पहुंचाने के लिए किसान मेलों का भी आयोजन कर रहा है.

Intro:पहाड़ी जिलों में खेती के प्रति काश्तकारों की घट रही रूचि और राज्य सरकार द्वारा पर्वतीय कृषि एवं विपणन की तमाम योजनाओं की जानकारी देने के लिए हवालबाग क्षेत्र में विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और कृषि विभाग ने किसान मेले का आयोजन किया। किसान मेले में पर्वतीय क्षेत्र के कास्तकारों को गुणवत्ता युक्त तकनीकि की जानकारी देने के लिए उन्नत कृषि यंत्र एवं किसानो से संबंधित सभी तरह के स्टाल लगाये गये। Body:किसान मेले में अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के कास्तकारों ने हिस्सा लिया। वीपीकेएस के अधिकारियों और कर्मचारियों ने किसान मेले में विभागों के लगे स्टाॅलों के माध्यम से काश्तकारों को उन्नत खेती और आधुनिक कृषि यंत्रों और विपणन के साथ पशुपालन सम्बन्धी जानकारी दी गयी। मेले में किसान गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। विवेकानन्द पर्वतीय कृर्षि अनुसंधान संस्थान के निदेशक का कहना है कि किसानों की फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए संस्थान समय समय पर शोध कार्यो कर रहा है और उसका लाभ देने के लिए किसान मेलों का आयोजन कर रहा है।

बाईट - ए के पटनायक, निदेशक विवेकानन्द पर्वतीय कृर्षि अनुसंधान केन्द्र।
बाईट - लीला देवी, कास्तकारा चंपावत जिला।Conclusion:
Last Updated : Nov 15, 2019, 6:52 PM IST
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